इन 3 प्रकार के लोगों को भूलकर भी ना दें उधार पैसा, वापस नहीं आता, विदुर नीति में वर्णन
महात्मा विदुर अपनी विदुर नीति में कहते हैं कि जो लोग भरोसेमंद ना हों, ऐसे लोगों को भूलकर भी धन उधार नहीं देना चाहिये, ऐसे लोगों से धन के वापस आने की संभावना ना के बराबर होती है।
New Delhi, Sep 16 : भारत में महात्मा विदुर तथा चाणक्य दो ऐसे महान राजनीतिज्ञ हुए, जिन्होने समाज, देश, परिवार और धन से जुड़ी कई ऐसी बातें बताई, जो सैकड़ों साल बाद आज भी उतनी ही प्रासंगिक है, महात्मा विदुर महाभारत काल में हस्तिनापुर के महामंत्री थे, वो एक दूरदर्शी और बुद्धिमान व्यक्ति थी, उन्होने महाभारत के युद्ध को टालने के लिये अनेक कोशिश की, लेकिन दुर्योधन के जिद की वजह से देश को इतना बड़ा युद्ध देखना पड़ा, महात्मा विदुर ने अपनी विदुर नीति में कहा, कि तीन प्रकार के लोगों को भूलकर भी धन नहीं देना चाहिये, ऐसे लोग धन लेने के बाद कभी वापस नहीं करते, आपका धन डूब जाता है, आइये जानते हैं, कि इस प्रकार के लोग कौन होते हैं।
गैर-भरोसेमंद लोगों से बचकर रहें
महात्मा विदुर अपनी विदुर नीति में कहते हैं कि जो लोग भरोसेमंद ना हों, ऐसे लोगों को भूलकर भी धन उधार नहीं देना चाहिये, ऐसे लोगों से धन के वापस आने की संभावना ना के बराबर होती है, ऐसे लोगों की नीयत शुरु ही गलत होती है, ये लोग अपने मित्र-रिश्तेदारों से एक-एक करके उधार लेते हैं, देने के नाम पर विभिन्न बहाने बनाकर टहलाते रहते हैं, ऐसे लोग रिश्ते-नाते खराब होने से भी संकोच नहीं करते हैं।
गलत काम करने वालों को पैसा ना दें
नीति शास्त्र में महात्मा विदुर ने कहा कि जो लोग पैसों का गलत इस्तेमाल करते हैं, ऐसे लोगों को धन उधार देने से बचना चाहिये, ऐसे लोगों को उधार दिया हुआ धन गलत कामों में प्रयोग होता है, उसे वापस मांगने पर आपकी जान को खतरा हो सकता है, वहीं अगर पैसा वापस ना मांगे, तो आप उनके गलत कामों में अनजाने में सहभागी होते हैं, जिसका नुकसान आपको ही भुगतना पड़ता है।
आलसी व्यक्ति को उधार देने से बचें
विदुर कहते हैं, कि जो व्यक्ति कोई काम ना करता हो, हर वक्त आलस में डूबा रहता हो, ऐसे लोगों को भूलकर भी पैसे उधार नहीं देने चाहिये, ऐसे लोग खुद कोई काम नहीं करते और परिवार के दूसरे लोगों पर आश्रित होते हैं, इसलिये उनकी कर्ज चुकाने की क्षमता भी बहुत कम होती है, ऐसे आलसी लोग एक बार जिससे पैसे उधार ले लेते हैं, उसे कभी वापस नहीं करते।