‘अलग ही प्लानिंग में लगे थे प्रशांत किशोर, जदयू को कांग्रेस में मर्ज करना चाहते थे’

सीएम नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा प्रशांत किशोर बीजेपी के लिये काम कर रहे हैं, मुझे भी जदयू को कांग्रेस में मिलाने की सलाह दी थी, वो जदयू को कांग्रेस में मर्ज करवाना चाहते थे।

New Delhi, Oct 08 : चुनावी रणनीति प्रशांत किशोर के आरोप के बाद बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने पलटवार करते हुए बड़ा बयान दिया है, सीएम नीतीश कुमार ने पीके पर बीजेपी के लिये काम करने का आरोप लगाया है, उन्होने कहा कि पीके ने उन्हें जदयू को कांग्रेस में मिलाने की सलाह दी थी, सुशासन बाबू ने पीके के इस दावे को भी खारिज किया है, कि वो उन्हें अपना उत्तराधिकारी बनाना चाहते थे, इसके लिये उन्होने ऑफर भी दिया था।

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क्या कहा
सीएम नीतीश कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा प्रशांत किशोर बीजेपी के लिये काम कर रहे हैं, मुझे भी जदयू को कांग्रेस में मिलाने की सलाह दी थी, वो जदयू को कांग्रेस में मर्ज करवाना चाहते थे, PK Nitish पीके के इस आरोप पर कि नीतीश उन्हें उत्तराधिकारी बनाना चाहते थे, सुशासन बाबू ने कहा प्रशांत किशोर कुछ भी बोलते रहते हैं, बीजेपी की मदद कर रहे हैं, पीके को मैंने नहीं बुलाया था, बल्कि वो खुद ही आये थे, मैंने कोई ऑफर नहीं दिया है।

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पीके का दावा
आपको बता दें कि हाल ही में पीके ने जन सुराज यात्रा के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए दावा किया था कि नीतीश ने उन्हें मुलाकात के दौरान ये ऑफर दिया था कि वो उनका उत्तराधिकारी बन जाएं, लेकिन उन्होने इंकार कर दिया, क्योंकि उन्हें किसी का उत्तराधिकारी नहीं बनना है, बिहार के लोगों से जो वादा किया है, उसे पूरा करना है। pk पश्चिम चंपारण के जमुनिया स्थित जन सुराज पदयात्रा के दौरान लोगों से संवाद करते हुए पीके ने कहा था 10-15 दिन पहले मीडिया में खबर आई थी, नीतीश जी अपने घर बुलाये थे, और बोले, अरे भाई आप तो हमारे उत्तराधिकारी हैं, ये सब क्यों कर रहे हैं, आइये हमारे साथ, हमारी पार्टी में नेता बन जाइये।

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लोग दे रहे गाली
प्रशांत किशोर ने बताया कि उन्होने सीएम नीतीश की बातें सुनी, सीएम से कहा कि बहुत लोगों ने हमको गाली लिखकर भेजा है, कि क्यों इनसे मिलने गये, पीके ने बताया कि नीतीश जी से मिलने इसलिये गये थे, pk 2 कि मिलकर उनको ये बता सकें कि कितना भी बड़ा प्रलोभन दीजिएगा, जनता से एक बार जो वादा किया है, उससे पीछे नहीं हटेंगे, यही नहीं अब कभी भी पीछे नहीं हटने वाले हैं, उत्तराधिकारी बनाएं या कुर्सी खाली कीजिए, उससे कोई मतलब नहीं।