श्रद्धा केस में कई बड़े खुलासे, लैपटॉप खोल रहा राज, पिता ने कही बड़ी बात

आफताब के लैपटॉप से भी उसकी जिंदगी के कई अहम राज पुलिस को पता चले हैं, जिन्हें वो पूछे जाने पर छिपा रहा था, दिल्ली पुलिस देश के सबसे तजुर्बेकार मनोचिकित्सकों तथा माइंडरीडर के जरिये आफताब के दिमाग को पढने की कोशिश कर रही है।

New Delhi, Nov 18 : दिल्ली के महरौली में अपनी लिव-इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की हत्या कर उसके शव के बोटी-बोटी करमे का आरोपित आफताब का झूठ बेनकाब हो गया है, श्रद्धा केस में पुलिस ने नया खुलासा किया है कि आरोपित आफताब पूनावाला ने श्रद्धा की लाश के 35 नहीं बल्कि 18 से 20 टुकड़े किये थे, पहले आफताब ने पुलिस की आंखों में धूल झोंकने की बहुत कोशिश की, बात को इधर-उधर घुमाता रहा, लेकिन सख्ती से पूछताछ के बाद आखिरकार वो टूट गया, उसने श्रद्धा की हत्या के सभी राज उगल दिये, वहीं आफताब के पिता ने उसकी जिंदगी से जुड़ा एक बड़ा राज खोला है, दावा किया है कि आफताब खुले विचारों वाला लड़का था, उसे शुरु से ही बंदिशें पसंद नहीं थी।

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सामने आया बड़ा झूठ
श्रद्धा केस के आरोपित आफताब के झूठ को बेनकाब करते हुए पुलिस ने दावा किया कि श्रद्धा की लाश के 35 नहीं बल्कि 18 से 20 टुकड़े किये गये थे, पुलिस के अनुसार कातिल आफताब बेहद तेज दिमाग का शख्स है, aftab shardha जो शुरु में पुलिस को अपने ही जाल में फंसाने की कोशिश कर रहा था, काफी सख्ती से पूछताछ के बाद वो टूट गया, कत्ल कर लाश के टुकड़ों को ठिकाने लगाने के बाद आफताब ने सबसे पहले मुंबई का रुख किया था, दिल्ली पुलिस की कई टीमें मुंबई, उत्तराखंड, हिमाचल और अन्य राज्यों में श्रद्धा केस में जांच से जुड़े सबूत ढूंढने और आफताब की कुंडली खंगालने के लिये मौजूद है, इतना ही नहीं पुलिस हिमाचल और उत्तराखंड में श्रद्धा तथा आफताब की हर ट्रिप से जुड़ी जानकारियां जुटा रही है।

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कई राज खुले
पुलिस के अनुसार आफताब के लैपटॉप से भी उसकी जिंदगी के कई अहम राज पुलिस को पता चले हैं, जिन्हें वो पूछे जाने पर छिपा रहा था, shardha1 दिल्ली पुलिस देश के सबसे तजुर्बेकार मनोचिकित्सकों तथा माइंडरीडर के जरिये आफताब के दिमाग को पढने की कोशिश कर रही है, फ्रीज से पुलिस को श्रद्धा की लाश से जुड़े फॉरेंसिक सबूत मिलने की सबसे ज्यादा उम्मीद है, दर्जनों लेबर, एमसीडी कर्मचारी, आफताब के घर के रास्ते से लेकर जंगल तक चलने वाले रिक्शा वालों, दुकानदारों तथा रेहड़ी-पटरी वालों के बीच गवाह तलाशे जा रहे हैं।

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पैदल लाश के टुकड़े लगाता था ठिकाने
पुलिसिया पूछताछ में पता चला है कि लाश के टुकड़ों को ठिकाने लगाने के लिये आफताब जंगल तक बिना डरे पैदल जाता था, उसके पास ना कोई दुपहिया वाहन था और ना ही कार,  इतना ही नहीं आफताब ने श्रद्धा की लाश के टुकड़े करने के लिये किसी सामान्य चाकू का इस्तेमाल नहीं किया था और ना ही चॉपर का, इस केस से जुड़े सभी किरदार पुलिस के संपर्क में हैं, चाहे आफताब का दोस्त बद्री हो या फिर फ्लैट किराये पर दिलवाने वाला रोहन, पुलिस आफताब के दोस्तों के साथ-साथ उसके परिवार के भी संपर्क में है, आफताब के पिता के अनुसार वो खुले विचारों वाला लड़का है, जिसे बंदिशें पसंद नहीं है। आपको बता दें कि 18 मई को श्रद्धा नाम की युवती की गला दबाकर हत्या कर दी थी, फिर लाश के टुकड़े कर अलग-अलग इलाकों में फेंक दिया, श्रद्धा के पिता की गुमशुदगी की शिकायत के बाद ये मामले सामने आया, फिलहाल पुलिस रिमांड पर लेकर आफताब से सच उगलवाने की कोशिश कर रही है।