तरनतारन अटैक में पाकिस्तान के ISI का हाथ, रिंदा है खास वजह, पूरा मामला
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर खालिस्तान समर्थक आतंकियों ने पंजाब में एक्टिव अपने स्लीपर सेलों के माध्यम से इस वारदात को अंजाम दिया है।
New Delhi, Dec 10 : पंजाब के तरनतारन जिले में पुलिस थाने पर रॉकेट लांचर से हमले के मामले में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं, पुलिस सूत्रों के मुताबिक तरनतारन आरपीजी फायर अटैक एक आतंकी हमला है, इसके पीछे खालिस्तान समर्थक आतंकियों के हाथ होने की संभावना है, सूत्रों का दावा है कि पाकिस्तानी सीमा से सटे आतंकी हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के पैतृक गांव में आरपीजी फायर किया गया है, इसके पीछे का मकसद है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई आतंकी रिंदा के टेरर को जिंदा बनाये रखना चाहती है, बताया जा रहा है कि कुछ अज्ञात लोगों ने सीमावर्ती जिले से अमृतसर-बठिंडा राजमार्ग स्थित सरहाली पुलिस थाने पर शुक्रवार देर रात करीब 1 बजे रॉकेट लांचर से हमला किया।
आईएसआई के इशारे पर हमला
पुलिस सूत्रों का दावा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर खालिस्तान समर्थक आतंकियों ने पंजाब में एक्टिव अपने स्लीपर सेलों के माध्यम से इस वारदात को अंजाम दिया है, इस हमले को रिंदा के मरने की खबरों का जवाब माना जा रहा है, आतंकी ये बताने की कोशिश कर रहे हैं, आतंकी रिंदा अभी मरा नहीं बल्कि जिंदा है, सांकेतिक तौर पर घटना को अंजाम देकर खालिस्तान समर्थक आतंकियों की ओर से रिंदा के टेरर को जिंदा बनाये रखने की कोशिश की गई है।
हताहत की खबर नहीं
थाने पर रॉकेट लांचर से हुए हमले में बिल्डिंग के शीशे टूट गये हैं, हमला करने वालों की अब तक पहचान नहीं हो पाई है, राहत की बात ये है कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है, सिर्फ इमारत के शीशे और खिड़कियों को नुकसान पहुंचा है, हमले के दौरान एसएचओ प्रकाश सिंह समेत 9 जवान ड्यूटी पर थे, इसी साल अगस्त में पंजाब पुलिस के मोहाली स्थित स्टेट इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर पर भी इसी तरह का रॉकेट लांचर अटैक हुआ था, बाद में ये आतंकी हमला निकला था।
कुछ दिन पहले आई थी रिंदा के मौत की खबर
इससे पहले खुफ्या दस्तावेजों से पता चला है कि खालिस्तानी समर्थक आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा अभी मरा नहीं है, वो पाकिस्तान में है, उसने जान-बूझकर अपने मरने की अफवाह फैलाई थी, ताकि भारतीय जांच एजेंसियों का ध्यान उससे हट जाए, बीते दिनों खबर आई कि दवा के ओवरडोज की वजह से रिंदा की पाकिस्तान में ही मौत हो गई थी, खुफिया दस्तावेजों के अनुसार बब्बर खालसा इंटरनेशनल कमांडरों ने इसका खुलासा किया है, कि आतंकी रिंदा अभी जिंदा है, नवंबर के आखिरी सप्ताह में बब्बर खालसा इंटरनेशनल की एक बैठक हुई थी, जिसमें आतंकी रिंदा का मामला उठा था।
तरनतारन का ही रहने वाला है रिंदा
आतंकी हरविंदर रिंदा पंजाब के तरनतारन का ही रहने वाला है, बाद में वो नांदेड़ महाराष्ट्र में शिफ्ट हो गया, उसे सितंबर 2011 में हत्या के केस में उम्रकैद की सजा हुई थी, कई आपराधिक मामलों में नाम आने के बाद वो फर्जी पासपोर्ट के जरिये नेपाल के रास्ते पाकिस्तान भाग गया, वहां पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई ने उसे अपना गुर्गा बना लिया है, वो पाक से पंजाब में लगे इंटरनेशनल बॉर्डर के जरिये ड्रोन से हथियार भेजने लगा, पंजाब में हाल ही में हुई कई बड़ी वारदातों में उसका नाम आया था, पुलिस रिकॉर्ड में हरविंदर रिंदा हिस्ट्रीशीटर था, वो पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ तथा महाराष्ट्र में कुख्यात गैंगस्टर रहा है।