कोरोना के अलर्ट के बीच अच्छी खबर, भारत इसलिये है महफूज!

बंगलुरु के टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के डायरेक्टर राकेश मिश्रा ने हालांकि चेतावनी दी है कि मास्क पहनने तथा भीड़ में अनावश्यक जाने से बचें।

New Delhi, Dec 23 : कोरोना के ओमिक्रॉन वेरिएंट का सब-वेरिएंट बीएफ.7 चीन में तबाही मचा रहा है, सड़कों पर लाशों का अंबार है, अस्पतालों के हालत खराब हैं, दुनिया के कई अन्य देशों में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ रहे हैं, भारत में भी इस वेरिएंट के 4 मरीज पाये गये हैं, लेकिन वो ठीक हो चुके हैं, अब सवाल ये उठ रहा है कि अगर ये वायरस चीन में इतना खतरनाक रुप दिखा रहा है, तो भारत के लिये कितना खतरनाक साबित हो सकता है, नये वेरिएंट को लेकर तमाम आशंकाओं को दूर करते हुए देश के एक प्रमुख वैज्ञानिक ने कहा कि भारत को अपनी आबादी पर इसके संभावित प्रकोप को लेकर ज्यादा चिंता करने की जरुरत नहीं है।

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मास्क पहनना और भीड़ से बचना जरुरी
बंगलुरु के टाटा इंस्टीट्यूट फॉर जेनेटिक्स एंड सोसाइटी के डायरेक्टर राकेश मिश्रा ने हालांकि चेतावनी दी है कि मास्क पहनने तथा भीड़ में अनावश्यक जाने से बचें, उन्होने कहा चीन में कोविड-19 के मामलों में बेहिसाब इजाफा दिख रहा है, क्योंकि पड़ोसी देश संक्रमण की विभिन्न लहरों से नहीं गुजरा है, जिनका भारत सामना कर चुका है। corona उन्होने कहा बीएफ.7 ओमिक्रॉन का एक सब-वेरिएंट है, कुछ छोटे बदलावों को छोड़कर इसकी मुख्य संरचना ओमिक्रॉन की तरह ही होगी, इसमें कोई बड़ा अंतर नहीं है, हम में से ज्यादातर ओमिक्रॉन लहर से गुजर चुके हैं, इसलिये हमें इस बारे में चिंता करने की जरुरत नहीं है, वास्तव में ये वही वायरस है।

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क्यों चीन की हालत खराब
राकेश मिश्रा ने कहा कि चीन अपनी जीरो कोविड नीति की वजह से संक्रमण के मामलों में इजाफे का सामना कर रहा है, इसके तहत अधिकारी अपार्टमेंट इमारतों में बंद कर देते हैं, यहां तक कि एक शख्स ने संक्रमण की पुष्टि के बाद उसके पड़ोस के घर को भी बंद कर दिया जाता है, जिससे लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है, उन्होने कहा कि चीनी आबादी स्वाभाविक रुप से संक्रमण के संपर्क में नहीं आई है, उन्होने बुजुर्ग लोगों को टीका लगाने के लिये समय का सही इस्तेमाल नहीं किया। चीन के भयावह हालात पर मिश्रा ने कहा इसलिये जिन लोगों ने टीका नहीं लगवाये हैं, उनके लक्षण गंभीर हैं, युवाओं को अभी भी कोई समस्या नहीं है, लेकिन बुजुर्ग जिन्हें टीका नहीं लगाया गया था, उनमें ये संक्रमण तेजी से फैल रहा है।

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भारत इसलिये है महफूज
उनके मुताबिक ज्यादातर भारतीयों ने हाइब्रिड इम्युनिटी हासिल कर ली है, जिसका मतलब होता है कि टीकों के जरिये तथा स्वाभाविक संक्रमण के बाद विकसित इम्युनिटी उन्हें कोरोना संक्रमण के अलग-अलग वेरिएंट्स से बचाती है, मिश्रा ने आगे बताया भारत में मौजूदा समय में लगाये जा रहे कोविड रोधी टीके ओमिक्रॉन के अलग-अलग सब-वेरिएंट्स को रोकने में असरदार है, क्योंकि कई स्टडीज में पता चला है कि इस साल के शुरुआत में ओमिक्रॉन की बड़ी लहर के दौरान भी भारत में ज्यादातर मरीज अस्पतालों में भर्ती भी नहीं हुए थे।