SBI-PNB बिकने वाला है?, उपभोक्ता हैरान, सरकार के ट्वीट से सामने आई हकीकत
पीआईबी की ओर से कहा गया कि कई मीडिया रिपोर्ट तथा सोशल मीडिया पर वायरल हो रही रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि नीति आयोग ने तीन बैकों एसबीआई, पीएनबी और बैंक ऑफ बड़ौदा के निजीकरण से जुड़ी सूची शेयर की है।
New Delhi, Jan 10 : सरकार की तरफ से आईडीबीआई बैंक के प्राइवेटाइजेशन की प्रक्रिया चल रही है, इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ मीडिया हाउस की ओर से देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई, पीएनबी तथा बैंक ऑफ बड़ौदा के प्राइवेटाइजेशन का दावा किया जाने लगा, ये खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर फैली, इन बैकों के करोडों कस्टमर हैरान रह गये, लेकिन अब सरकार के आधिकारिक फैक्ट चेकर पीआईबी फैक्ट चेक ने इस खबर से पर्दा उठाया है।
वायरल पोस्ट पर जानकारी
पीआईबी की ओर से कहा गया कि कई मीडिया रिपोर्ट तथा सोशल मीडिया पर वायरल हो रही रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि नीति आयोग ने तीन बैकों एसबीआई, पीएनबी और बैंक ऑफ बड़ौदा के निजीकरण से जुड़ी सूची शेयर की है, ये खबर तेजी से बैंक ग्राहक के बीच फैल गई, अब पीआईबी फैक्ट चेक की ओर से बताया गया है कि ये खबर पूरी तरह से गलत है, नीति आयोग की तरफ से ऐसी कोई लिस्ट जारी नहीं की गई है।
अगस्त 2019 में सरकार ने बैंकों का मर्जर किया था
दरअसल इस खबर को लोगों की ओर से इसलिये भी सच माना जाने लगा, क्योंकि अगस्त 2019 में सरकार ने कई बैंकों का मर्जर किया था, जिसके बाद देश में सरकारी बैंकों की संख्या घटकर 12 रह गई, हालांकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में कहा था कि दो सरकारी बैंकों और एक जनरल इंश्योरेंस कंपनी का निजीकरण का प्लान बनाया जा रहा है।
पीआईबी फैक्ट चेक
केन्द्र की आधिकारिक फैक्ट चेकर पीआईबी फैक्ट चेक ने लोगों से इस तरह के भ्रामक संदेश को फॉरवर्ड करने के खिलाफ आगाह किया है, पीआईबी की ओर से जारी ट्वीट में सरकार की तरफ से बताया गया है कि ये दावा पूरी तरह से फर्जी है, इस तरह के भ्रामक संदेशों को आगे ना बढाएं, ये ट्वीट पीआईबी की ओर से 8 जनवरी को किया गया है।
Several media reports claim that a list has been shared by Niti Aayog on the privatization of Public Sector Banks#PIBFactCheck
▶️This claim is #Fake
▶️No such list has been shared by @NITIAayog in any form.
🔗https://t.co/HOQDDDoMS8 pic.twitter.com/ZDETUQjAJ5
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) January 6, 2023