उपेन्द्र कुशवाहा अगले महीने छोड़ेंगे जदयू, ये है गेमप्लान!, नीतीश को हो सकता है बड़ा नुकसान
आने वाले दिनों में उपेन्द्र कुशवाहा और नीतीश कुमार के बीच वाक युद्ध बढने की पूरी संभावना है, नीतीश द्वारा तेजस्वी को अपना उत्तराधिकारी घोषित किये जाने के बाद से उनके लिये जदयू में कुछ खास बचा नहीं है।
New Delhi, Jan 24 : आने वाले दिनों में बिहार की सियासत में फिर से उठा-पटक देखने को मिल सकता है, जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष तथा एमएलसी उपेन्द्र कुशवाहा अगले महीने तक पार्टी छोड़ सकते हैं, इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि उपेन्द्र कुशवाहा एक बार फिर से अपनी पार्टी रालोसपा को खड़ा करने का काम करेंगे, रालोसपा का 2021 में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में विलय कर दिया गया था।
पार्टी छोड़ने के मूड में
सूत्रों के मुताबिक उपेन्द्र कुशवाहा रालोसपा को खड़ा करने के बाद बीजेपी से गठबंधन की दिशा में आगे बढेंगे, सूत्रों का दावा है कि हाल ही में उपेन्द्र कुशवाहा द्वारा मीडिया से ये कहना कि कई शीर्ष जदयू नेता बीजेपी के संपर्क में हैं, साफ दर्शता है कि वो पार्टी छोड़ने के मूड में हैं।
बीजेपी नेताओं से मुलाकात
पूर्व केन्द्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा हाल ही में देश की राजधानी दिल्ली एम्स अस्पताल में रुटीन चेकअप के लिये भर्ती हुए थे, यहां कई बीजेपी नेता उनसे मुलाकात करने पहुंचे थे, तब से ही कयास लगाये जा रहे हैं, कि वो जल्द ही जदयू छोड़ सकते हैं। रविवार को पटना पहुंचने पर जब मीडिया ने उनसे जदयू छोड़ने को लेकर सवाल किया, तो उपेन्द्र कुशवाहा ने बीजेपी नेताओं से अस्पताल में उनकी मुलाकात को कम महत्व देने की बात कही, उन्होने कहा कि ऐसी चीजों को सियासी चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिये।
क्यों नीतीश से नाराज हैं उपेन्द्र कुशवाहा
उपेन्द्र कुशवाहा तभी से सीएम नीतीश कुमार से नाराज हैं, जबसे उन्होने 2025 विधानसभा चुनाव के लिये तेजस्वी यादव को अपना उत्तराधिकारी घोषित कर दिया है, नीतीश ने राज्य में तेजस्वी के अलावा एक और डिप्टी सीएम होने की बात पहले ही खारिज कर दी थी, जिससे कुशवाहा को झटका लगा था। रविवार को नीतीश कुमार के बयान के बारे में पूछे जाने पर कुशवाहा ने कहा था कि ये सच है कि मैं अपने फैसले अकेले कर सकता हूं, मेरी पार्टी बीजेपी के साथ गठबंधन में रह चुकी है, कई बार एनडीए छोड़ चुकी है… जदयू के कई शीर्ष नेता बीजेपी के टच में हैं।
बढेगा शब्दों का युद्ध
सूत्रों का दावा है कि आने वाले दिनों में उपेन्द्र कुशवाहा और नीतीश कुमार के बीच वाक युद्ध बढने की पूरी संभावना है, नीतीश द्वारा तेजस्वी को अपना उत्तराधिकारी घोषित किये जाने के बाद से उनके लिये जदयू में कुछ खास बचा नहीं है, वो जदयू में अपनी पार्टी के विलय के फैसले पर अफसोस कर रहे होंगे।