अडानी समूह ने बदला प्लान, अब भारी नुकसान से निपटने के लिये अपनाएंगे ये तरीका
पिछले महीने की 24 तारीख को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद कंपनी में उथल-पुथल मच गई, इसके साथ ही ग्रुप को हर दिन भारी नुकसान उठाना पड़ा है।
New Delhi, Feb 13 : हिंडनबर्ग रिसर्च फर्म की ओर से जारी की गई रिपोर्ट के बाद अडानी समूह को बड़ा नुकसान हुआ है, लेकिन इन सबके बीच कंपनी ने नया प्लान बनाया है, पिछले 20 दिनों में कंपनी के शेयरों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है, इसके साथ ही गौतम अडानी भी अमीरों की सूची में टॉप-20 से भी बाहर हो गये हैं, इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए कंपनी ने नई स्ट्रैटजी के तहत काम करने का फैसला लिया है।
घटाया रेवेन्यू ग्रोथ टारगेट
शेयरों में आई बड़ी गिरावट के बाद अडानी की कंपनी ने अपने रेवेन्यू ग्रोथ टारगेट को कम कर लिया है, कंपनी ने इसको 40 फीसदी कम करने का फैसला लिया है, इस टारगेट को घटाकर अब आधा कर दिया है। बदली हुई रणनीति के तहत कंपनी आगे बढना चाहती है।
फिसला मार्केट कैप
आपको बता दें कि पिछले महीने की 24 तारीख को हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद कंपनी में उथल-पुथल मच गई, इसके साथ ही ग्रुप को हर दिन भारी नुकसान उठाना पड़ा है, अब तक कंपनी का मार्केट कैप 117 अरब डॉलर गिर चुका है। हिंडनबर्ग के नुकसान से निपटने के लिये कंपनी कई तरह के प्रयास कर रही है, गौतम अडानी का अडानी समूह एक सामान्य ऑडिट के लिये बिग फोर (Deloitte, KY, KPMG और PwC) अकाउंटिंग फर्मों में से एक को नियुक्त करने की तैयारी कर रहा है, इसके साथ ही इस कानूनी लड़ाई को लड़ने के लिये लॉ फर्म वॉचटेल को भी चुन लिया गया है।
शेयरों में आज भी बड़ी गिरावट
आज भी कंपनी के शेयर बड़ी गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे हैं, अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 2.89 फीसदी गिरावट के साथ 1793.50 रुपये के स्तर पर ट्रेड कर रहा है, अडानी पावर के शेयर 4.99 फीसदी, अडानी विल्मर 5.00 फीसदी, अडानी ग्रीन 5.00 फीसदी फिसल कर नीचे ट्रेड कर रहा है, इसके अलावा अडानी ट्रांसमिशन 5 फीसदी, टोटल गैस भी 5 फीसदी फिसलकर ट्रेड कर रहे हैं।