2019 में 3 दिन वाली सरकार पर देवेन्द्र फडण्वीस का बड़ा खुलासा, शरद पवार की थी सहमति
डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडण्वीस ने कहा कि हमारे पास एनसीपी की ओर से प्रस्ताव आया था, कि उन्हें एक स्थिर सरकार की जरुरत है, हमें मिलकर ऐसी सरकार बनानी चाहिये।
New Delhi, Feb 14 : महाराष्ट्र में सरकार बनाने के बाद एनसीपी नेता अजित पवार के साथ रातों-रात हाथ मिलाने के प्रकरण के 3 साल बाद महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडण्वीस ने बड़ा खुलासा किया है, उन्होने बताया कि सरकार बनाने की इस कवायद को एनसीपी प्रमुख शरद पवार का समर्थन प्राप्त था।
एनसीपी की ओर से आया था सरकार बनाने का प्रस्ताव
डिप्टी सीएम देवेन्द्र फडण्वीस ने कहा कि हमारे पास एनसीपी की ओर से प्रस्ताव आया था, कि उन्हें एक स्थिर सरकार की जरुरत है, हमें मिलकर ऐसी सरकार बनानी चाहिये, जिसके बाद हमने भी आगे बढने और बातचीत करने का फैसला लिया, बातचीत शरद पवार से हुई, लेकिन फिर चीजें बदल गई, आप लोगों ने देखा कि आगे क्या हुआ। फडण्वीस ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा पूरी निष्पक्षता के साथ मैं कहना चाहता हूं, कि अजित पवार ने मेरे साथ ईमानदारी से शपथ ली, लेकिन बाद में उनकी रणनीति बदल गई।
फडण्वीस के बयान पर पवार की प्रतिक्रिया
देवेन्द्र फडण्वीस की टिप्पणी पर एनसीपी प्रमुख शरद पवार का बयान सामने आया है, इस पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होने कहा मुझे लगा कि देवेन्द्र एक संस्कारी और सज्जन व्यक्ति है, मुझे कभी नहीं लगा कि झूठ का सहारा लेंगे, और इस तरह का बयान देंगे।
क्या था मामला
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 में बीजेपी और शिवसेना गठबंधन में चुनाव लड़ी थी, बीजेपी ने 105 सीटें हासिल की थी, शिवसेना के हिस्से 56 सीटें आई, हालांकि बाद में सीएम की कुर्सी को लेकर दोनों में रार हो गया, जिसके बाद बीजेपी ने गुपचुप तरीके से एनसीपी के साथ सरकार बना ली, लेकिन इसके बाद एनसीपी ने कांग्रेस और शिवसेना से हाथ मिला लिया, ठाकरे की सरकार बनवाने में शरद पवार की बड़ी भूमिका रही, हालांकि ये सरकार 5 साल पूरा नहीं कर सकी, शिवसेना में दो फाड़ हो गया, जिसकी वजह से एक बार फिर से शिवसेना और बीजेपी की सरकार बन गई।