नोटबंदी के दौरान बनाई अकूत संपत्ति, बैंक चपरासी से CBI टीम ने की घंटों पूछताछ

सीबीआई टीम ने सबसे पहले बाराबंकी के फतेहपुर तहसील क्षेत्र स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के ब्रांच पर छापेमारी की, सीबीआई के अधिकारियों ने पहुंचते ही बैंक का गेट बंद करवा दिया।

New Delhi, Feb 17 : यूपी के बाराबंकी जिले में गुरुवार को सीबीआई की कई टीमों ने ताबड़तोड़ छापेमारी की, सीबीआई की एक टीम यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में पहुंची, वहां एक चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी पर शिकंजा कसा, टीम ने उस कर्मचारी से लंबे समय तक पूछताछ की, इस कर्मचारी पर आरोप है कि इसने नोटबंदी के दौरान अकूत संपत्ति बनाई, साथ ही इस कर्मचारी पर एक किसान के नाम से किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) बनवा कर लाखों रुपये हड़प जाने का भी आरोप है, इन्हीं शिकायतों पर टीम ने कर्मचारी के लखनऊ से लेकर उसके गांव तक के सभी घरों में ताबड़तोड़ छापेमारी की।

Advertisement

ताबड़तोड़ छापेमारी
सीबीआई टीम ने सबसे पहले बाराबंकी के फतेहपुर तहसील क्षेत्र स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के ब्रांच पर छापेमारी की, सीबीआई के अधिकारियों ने पहुंचते ही बैंक का गेट बंद करवा दिया, CBI रिपोर्ट के मुताबिक यहां तैनात फोर्थ क्लास कर्मचारी सुरेन्द्र शुक्ला उर्फ मुन्ना पुत्र विशंभर शुक्ला ने नोटबंदी के दौरान बैंक में जमकर हेराफेरी की, उसी से अपनी अकूत संपत्ति बनाई। बाराबंकी के अलावा लखनऊ के गोमती नगर में भी मुन्ना के कई प्लॉट है, एक विद्यालय भी चला रहा है। सुरेन्द्र शुक्ला बाराबंकी के मोहम्मदपुर खाला थाना क्षेत्र के ग्राम क्योटली का निवासी है, इसके लखनऊ के गोमती नगर में घर और कई प्लॉट है।

Advertisement

फर्जी लोन के मामले
सीबीआई के अधिकारियों ने बैंक में कर्मचारी मुन्ना से काफी देर तक पूछताछ की, उसकी संपत्तियों की पड़ताल की, पूछताछ में बैंक में फर्जी लोन के भी कई मामले सामने आये हैं, बैंक के फोर्थ ग्रेड कर्मचारी सुरेन्द्र शुक्ला पर बाराबंकी में रामनगर थाना क्षेत्र के बतनेरा गांव निवासी राजेन्द्र गुप्ता पुत्र सत्यनारायण गुप्ता के नाम पर 25 लाख की केसीसी बनवा कर पैसे हड़पने का भी आरोप है, rupees आरोप के मुताबिक कर्मचारी मुन्ना ने मिलीभगत करके अपने बैंक से उस जमीन पर भी लोन करवा दिया, जो नदी में डूब चुकी है, इन्हीं शिकायतों पर सीबीआई टीम ने मुन्ना के लखनऊ से लेकर उसके गांव तक सभी घरों में ताबड़तोड़ छापेमारी की है।

Advertisement

टीम ने खंगाले दस्तावेज
सूत्रों के मुताबिक छापेमारी के दौरान सीबीआई के अधिकारियों ने नोटबंदी के दौरान बैंक में किये गये सभी लेन-देन के दस्तावेज खंगाले, ऐसे में अगर ये तमाम आरोप सही पाये गये, तो इसमें नोटबंदी का बड़ा घोटाला भी सामने आ सकता है, हालांकि सीबीआई टीम में शामिल किसी भी अधिकारी ने इस बारे में कुछ भी बोलने से मना कर दिया, देर रात तक सभी बैंक में ही जमे रहे, उन्होने पुलिस अधिकारियों को वहां से हटा दिया था, छापेमारी के बाद कई गाड़ियों से पहुंचे सीबीआई अधिकारी वहां से कुछ भी बोले बिना ही चले गये।