अच्छे प्रदर्शन के बाद भी संजू सैमसन को बार-बार क्यों होना पड़ता है टीम से बाहर, Inside Story
28 वर्षीय संजू सैमसन को बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में नहीं चुनकर बहुत बड़ी नाइंसाफी की है, संजू को चयनकर्ता पिछले कुछ समय से लगातार नजरअंदाज कर रहे हैं।
New Delhi, Feb 22 : विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन को एक बार फिर से चयनकर्ताओं ने नजरअंदाज किया है, उन्हें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज के लिये टीम में नहीं चुना गया है, संजू को ऐसे समय में भी नहीं चुना गया, जब ऋषभ पंत एक्सीडेंट की वजह से लंबे समय तक टीम से बाहर रहेंगे, टीम प्रबंधन के पास बेहतरीन विकेटकीपर बल्लेबाजों के विकल्प तक दिखाई नहीं दे रहे हैं, टीम इंडिया से हर बार विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन को बाहर होना पड़ता है, संजू ने पिछले 8 साल से टीम इंडिया के लिये अभी तक सिर्फ 28 इंटरनेशनल मैच ही खेले हैं, संजू सैमसन को बार-बार टीम इंडिया से अंदर-बाहर होना पड़ता है, संजू सैमसन के साथ ही बार-बार नाइंसाफी क्यों होती है, इसके पीछे भी एक बड़ी वजह है।
टीम से बाहर होना पड़ता है
28 वर्षीय संजू सैमसन को बीसीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में नहीं चुनकर बहुत बड़ी नाइंसाफी की है, संजू को चयनकर्ता पिछले कुछ समय से लगातार नजरअंदाज कर रहे हैं। इससे साफ होता है कि संजू सैमसन बीसीसीआई की हाथ की कठपुतली बनकर रह गये हैं। संजू ने 2018 में डेब्यू किया था, तब से लेकर अभी तक टीम इंडिया से अंदर-बाहर होने का सिलसिला चल रहा है, संजू सैमसन ने पिछले करीब 8 साल से भारत के लिये अभी तक सिर्फ 28 इंटरनेशनल मैच ही खेले हैं, वो विस्फोटक बल्लेबाजी के अलावा, शानदार विकेटकीपर होने के साथ ही आउटफिल्ड के भी शानदार फील्डर हैं।
सामने आई बड़ी वजह
टीम इंडिया में इन दिनों विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन को मौके दिये जा रहे हैं, लेकिन वो इन सभी मौकों पर खरे नहीं उतर सके हैं, ईशान किशन के वनडे में दोहरे शतक को छोड़ दें, तो उन्होने टीम इंडिया के लिये पिछली 10 पारियों में एक भी अर्धशतक नहीं लगाया है, न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले महीने खेली गई 3 वनडे की सीरीज में ईशान ने किसी भी मैच में दहाई का आंकड़ा भी नहीं छुआ, ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर संजू सैमसन को नजरअंदाज कर ईशान किशन को इतने मौके क्यों मिल रहे हैं।
इस वजह से बार-बार नाइंसाफी
बीसीसीआई के पूर्व मुख्य चयनकर्ता चेतन शर्मा ने स्टिंग ऑपरेशन के दौरान कहा था संजू सैमसन अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, अगर हम संजू को टीम में सलेक्ट नहीं करते, तो ट्विटर पर हमें लोग उड़ा देते हैं, तो टीम इंडिया के पूर्व कोच रवि शास्त्री ने कहा था कि संजू सैमसन जैसे खिलाड़ी को कम से कम 10 मैच हर हाल में देना चाहिये, संजू ने भारत के लिये 11 वनडे मैचों में 330 रन बनाये हैं, जिसमें 2 अर्धशतक शामिल है, संजू सैमसन ने 17 टी-20 मैचों में 301 रन बनाये हैं, टी-20 मैचों में संजू सैमसन ने सिर्फ एक ही अर्धशतक लगाया है, किसी भी क्रिकेटर के लिये टीम इंडिया से बाहर होना बहुत दर्दनाक होता है, क्योंकि उनके लिये वापसी आसान नहीं होता, एक से बढकर एक प्रतिभाशाली क्रिकेटर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टीम इंडिया वनडे सीरीज- रोहित शर्मा (कप्तान), शुभमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, सूर्यकुमार यादव, केएल राहुल, ईशान किशन (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या (उपकप्तान), रविन्द्र जडेजा, कुलदीप यादव, वॉशिंगटन सुंदर, युजवेन्द्र चहल, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमरान मलिक, शार्दुल ठाकुर, अक्षर पटेल, और जयदेव उनादकट।