शादी के 8वें दिन मिट गया था पूजा का सिंदूर, राजू पाल केस की इनसाइड स्टोरी

2005 में इलाहाबाद पश्चिम सीट से विधायक बने राजू पाल तब राजनीत में उभरता हुआ नाम थे, राजू ने अतीक अहमद के भाई खालिद अजीम उर्फ मोहम्मद अशरफ को हराया था।

New Delhi, Feb 28 : प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड ने यूपी के चर्चित राजू पाल हत्याकांड को फिर से सुर्खियों में ला दिया है, 2005 में हुई तत्कालीन विधायक राजू पाल हत्याकांड ने पूरे प्रदेश की राजनीति को बदल दिया था, विधायक की हत्या के बाद से प्रयागराज की राजनीति में बड़ा बदलाव आया, इस ऑर्टिकल के जरिये हम जानेंगे कि आखिर कौन थे राजू पाल, जिनकी हत्या के गवाह के मर्डर के बाद प्रदेश में राजनीतिक पारा उछाल मार रहा है, तो आइये आपको 17 साल पीछे ले चलते हैं।

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कौन थे राजू पाल
2005 में इलाहाबाद पश्चिम सीट से विधायक बने राजू पाल तब राजनीत में उभरता हुआ नाम थे, राजू ने अतीक अहमद के भाई खालिद अजीम उर्फ मोहम्मद अशरफ को हराया था, जिसके बाद ही उनकी हत्या हो गई, राजू ने अपने राजनीति की शुरुआत 2002 में अतीक के खिलाफ इलाहाबाद पश्चिम सीट से की थी, हालांकि उस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, फिर 2004 में अतीक अहमद समाजवादी पार्टी के टिकट पर फूलपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीत गये, जिसके बाद उन्होने विधायकी से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव जीतकर राजू पाल पहली बार विधायक बना था।

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अतीक का करीबी था राजू
कहा जाता है कि राजू पाल कभी अतीक अहमद का करीबी हुआ करता था, लेकिन उसके साथ हुई अनबन के बाद दोनों के बीच अदावत शुरु हो गई, जिसके बाद 2002 में राजू ने पहली बार अतीक के खिलाफ चुनाव लड़ा था। विधायक राजू पाल ने 2005 का उपचुनाव जीतने के बाद पूजा पाल से शादी की थी, शादी के 8 दिन बाद ही राजू पाल की दिनदहाड़े हत्या हो गई थी। बताया जाता है कि उस दिन दोपहर से ही दो गाड़ियां राजू के काफिले का पीछा कर रही थी, इसी बीच एक गाड़ी ने राजू की कार को घेरा और उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी, प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक राजू को एक टैंपों में लेकर अस्पताल भाग रहे थे, तो शूटरों ने उस पर भी गोलियां चलाई, कहा जाता है राजू को मारने के लिये उस दिन 25 शार्प शूटर आये थे।

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15 गोलियां मारी थी
राजू पाल के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक उनके शरीर से 15 गोलियां बरामद हुई थी, पूरा शरीर गोलियों से छलनी था, राजू ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था, राजू पाल की हत्या के बाद लोगों ने इलाहाबाद में जमकर तोड़-फोड़ की थी, हत्या के कुछ दिनों बाद ही राजू की पत्नी पूजा पाल को बसपा ने टिकट देकर उसी सीट से उतारा था, हालांकि वो अतीक के भाई से चुनाव हार गई थी।