करियर, कारोबार और शादी में नहीं मिल रही सफलता, धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया ये उपाय

धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि बागेश्वर धाम जाकर एक नारियल बांध दें, महीने में एक बार शनिवार की पेशी करना आरंभ कर दें, ऊं बागेश्वराय नमः इस मंत्र की पांच बार रोज आहुति दें।

New Delhi, Mar 06 : बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वीर कथा वाचक धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री इस समय चर्चा का विषय बने हुए हैं, क्योंकि वो उनका भक्तों की समस्या बताने का अनूठा तरीका है, वो भक्तों के समस्या को पक पर्चे पर लिख देते हैं, साथ ही धीरे-धीरे उनके श्रद्धालुओं की संख्या देश ही नहीं विदेशों में भी तेजी से बढ रही है, वहीं धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री अब भारत में ही अलग-अलग शहरों में अपना दरबार लगाने लगे हैं।

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नेता से लेकर अभिनेता तक लगाते हैं हाजिरी
आपको बता दें कि शास्त्री जी के दरबार में नेता से अभिनेता तक हाजिरी लगा चुके हैं, साथ ही धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने अभी गरीब कन्याओं का विवाह कराया था, जिसमें एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान शामिल हुए थे, dhirendra वहीं हाल-फिलहाल में पीठाधीश्वर धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो बता रहे हैं कि अगर घर में कलेश, नौकरी, मकान, जमीन क्रय-विक्रय, रोग या व्यापार में कोई बाधा हो, और कई बार दरबार में आने पर पर्चा नहीं बन पा रहा हो, तो वो एक उपाय कर सकते हैं।

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क्या करें उपाय
धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने बताया कि बागेश्वर धाम जाकर एक नारियल बांध दें, महीने में एक बार शनिवार की पेशी करना आरंभ कर दें, ऊं बागेश्वराय नमः इस मंत्र की पांच बार रोज आहुति दें, साथ ही चौपाई कवन सो काज कठिन जग माहीं, जो नहिं होइ तात तुम पाहीं। इस चौपाई का 108 बार जाप करें, साथ ही इसी चौपाई का 3 बार घी शक्कर से आहुति दे देना, काम धीरे-धीरे बनने शुरु हो जाएंगे।

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पैर नहीं छूने देते
वहीं एक बार जब धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री से पूछा गया कि आप पैर क्यों नहीं छूने देते, तो उन्होने कहा कि हमारे पास हनुमान जी का मुगदर रहता है, इसलिये दूर से ही राम-राम, मुगदर हमारी साधना है और हमारा नियम है, इसलिये स्पर्श करने से हमारी साधना भंग हो सकती है। आपको बता दें कि धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का जन्म 4 जुलाई 1996 को हुआ, साथ ही उनके पिता का नाम रामकृपाल गर्ग और मां का नाम सरोज गर्ग है, धीरेन्द्र कृष्ण शुरु में सत्यनारायण भगवान की कथा करते थे, बाद में छतरपुर के गांव गड़ा में बालाजी हनुमान मंदिर के पास दिव्य दरबार लगाने लगे, धीरे-धीरे फेमस होने लगे।