पाई-पाई को तरस रहा भगोड़ा नीरव मोदी, कर्ज लेकर जेल में चला रहा खर्च

कोर्ट ने इस साल 9 जनवरी को आदेश दिया था, कि नीरव मोदी को 28 दिनों के भीतर अपने प्रत्यर्पण की अपील की लागत का भुगतान करना होगा, लेकिन अब तक उसने पैसे नहीं जमा किये हैं।

New Delhi, Mar 10 : भगोड़े पूर्व हीरा कारोबारी नीरव मोदी को 150,247 पाउंड (करीब 1.47 करोड़ रुपये) का जुर्माना भरने के लिये पैसे उधार लेने पड़े हैं, कोर्ट ने उसे अपने प्रत्यर्पण की अपील के लिये लागत का भुगतान करने का आदेश दिया है, जो अब तक बकाया है, द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक नीरव मोदी एचएमपी वैंड्सवर्थ से गुरुवार को वीडियो लिंक के जरिये पूर्वी लंदन में बार्किंगसइड मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश हुआ, इस तथ्य पर बिना वकील के अपना बचाव किया, उसने अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील में पैसों का भुगतान नहीं किया था, वो ये केस कोर्ट में हार गया था।

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पैसों का भुगतान करे
कोर्ट ने इस साल 9 जनवरी को आदेश दिया था, कि नीरव मोदी को 28 दिनों के भीतर अपने प्रत्यर्पण की अपील की लागत का भुगतान करना होगा, लेकिन अब तक उसने पैसे नहीं जमा किये हैं, nirav modi (2) उसने एक महीने में 10 हजार पाउंड (9.7 लाख रुपये) का भुगतान करने की पेशकश की थी, लेकिन जुर्माना टीम ने इसे अस्वीकार कर दिया था, यही वजह है कि उसे कोर्ट के सामने घसीटा गया, कोर्ट में नीरव मोदी से उनका नाम, जन्मतिथि तथा पता पूछा गया, उसने भारत का पता बताया, कोर्ट ने तब उसका यूके का पता पूछा, उसने कहा कि उसके पास कोई पता नहीं है।

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जुर्माना भरने के लिये पैसे नहीं
ये पूछे जाने पर कि उसने जुर्माना राशि क्यों नहीं भरा, तो नीरव मोदी ने कहा मेरी सारी संपत्ति जब्त कर ली गई है, मैं अपनी कानूनी फीस भरने में असमर्थ हूं, कोर्ट ने उससे पूछा कि क्या वो जुर्मना नहीं भरने की स्थिति में कुछ और समय जेल में रहने को तैयार है, उसने हां में उत्तर दिया, नीरव मोदी से कोर्ट ने पूछा कि उसकी संपत्ति क्यों जब्त की गई, तो जवाब दिया, मेरी अधिकांश संपत्ति भारत में है, जहां मैं पिछले 30 सालों से रह रहा हूं, काम कर रहा हूं, मुझ पर लगे फर्जी आरोपों के कारण भारत में पिछले 4 सालों से मेरी संपत्ति जब्त कर ली गई है।

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उधार लेकर जीवन बसर कर रहा
ये पूछे जाने पर कि उसे जुर्माना भरने के लिये हर महीने 10 हजार पाउंड कहां से मिलेंगे, जिसका उसने प्रस्ताव दिया है, तो नीरव ने कहा मैं पिछले दो सालों से उधार लेकर खर्चे चला रहा हूं, मैं 4 साल से जेल में हूं, पहले दो साल तक मेरे पास जो पैसे थे, उससे खर्च चला, उसके बाद से उधार लेना पड़ रहा है, मजिस्ट्रेट ने पूछा कि वो जेल में क्यों है, तो जवाब दिया प्रत्यर्पण शुल्क नहीं जमा करा पाने के कारण, पीठ के अध्यक्ष ने उससे पूछा कि अगर आरोप फर्जी थे, तो वो अपनी बेगुनाही साबित करने के लिये भारत क्यों नहीं लौटा, तो नीरव ने कहा मुझे भारत में निष्पक्ष सुनवाई नहीं मिलेगी।

जेल से रिहा नहीं हो पाऊंगा
नीरव से पूछा गया कि क्या वो इस साल जेल से रिहा होगा, नीरव ने कहा उसे नहीं पता, जब भारत में प्रत्यर्पित किये जाने का उल्लेख किया गया, तो उसने कहा मुझे नहीं लगता कि मैं जेल से रिहा होऊंगा, पीठ ने फैसला सुनाया कि नीरव 6 महीने के लिये प्रति महीने 10 हजार पाउंड का भुगतान कर सकता है, फिर समीक्षा सुनवाई होगी, ब्रिटेन में प्रत्यर्पण के खिलाफ नीरव मोदी की अपील खारिज होने के बाद उसे भारत प्रत्यर्पित करने का आदेश दिया गया था, लेकिन वो अभी तक वापस नहीं आया है, उस पर बैंकिंग इतिहास का सबसे बड़ा फ्रॉड करने का आरोप है, उसने पीएनबी को 13 हजार करोड़ से ज्यादा का चूना लगाया है।