बेटे की मौत के सदमे में रात पर बेचैन रहा अतीक अहमद, पुलिस से की ऐसी मांग
अतीक और उसके भाई अशरफ को सामन्य कैदियों की तरह लॉकअप में ही रखा गया है, उन्हें सोने के लिये कंबल भी दिया गया, दोनों मच्छरों से परेशान नजर आये, उन्होने पुलिस से मच्छरों को भगाने के लिये मार्टिन भी मांगी।
New Delhi, Apr 14 : उमेश पाल हत्याकांड में फरार चल रहे अतीक अहमद के बेटे असद तथा शूटर गुलाम मोहम्मद का यूपी एसटीएफ ने एनकाउंटर कर दिया है, बेटे की मौत की खबर के बाद से ही अतीक अहमद सदमे में है, गुरुवार को प्रयागराज कोर्ट में पेशी के बादा अतीक और उसके भाई अशरफ को पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया, दोनों को प्रयागराज के धूमनगंज थाने में रखा गया है, जानकारी के अनुसार अतीक अपने छोटे बेटे की मौत की खबर के बाद से ही सदमे में है, पूरी रात वो सो नहीं पाया, उसने किसी से कोई बात नहीं की, उसे असद की मौत का सदमा लगा है।
लॉकअप में कैसे कटी रात
अतीक और उसके भाई अशरफ को सामन्य कैदियों की तरह लॉकअप में ही रखा गया है, उन्हें सोने के लिये कंबल भी दिया गया, दोनों मच्छरों से परेशान नजर आये, उन्होने पुलिस से मच्छरों को भगाने के लिये मार्टिन भी मांगी, लॉकअप के अंदर कभी अतीक बैठा रहता, तो कभी बेचैनी में इधर-उधर टहलने लगता, पुलिस आज दोनों से पूछताछ भी करेगी, उमेश पाल केस को लेकर दोनों से सवाल किये जाने हैं, पुलिस को इस मामले में कई अहम सबूत भी मिले हैं, इनके आधार पर अतीक से पूछताछ होनी है।
असद का पोस्टमॉर्टम
असद तथा गुलाम को झांसी मेडिकल कॉलेज में पोस्टमॉर्टम किया गया, आज उनके शव को परिजनों को सौंप दिया जाएगा, आपको बता दें कि गुलाम मोहम्मद का परिवार पहले ही कह चुका है, कि अगर पुलिस ने गुलाम को एनकाउंटर में मारा है, तो ना तो वो उनका चेहरा देखेंगे और ना ही उसका शव लेंगे, ऐसे में पुलिस खुद उसका अंतिम संस्कार कर सकती है, कानून प्रक्रिया के तहत 3 दिन तक उसके शव को पोस्टमॉर्टम हाउस में रखा जाएगा, फिर भी अगर परिवार के लोग शव लेने नहीं आते हैं, तो पुलिस सरकारी खर्च पर उसका अंतिम संस्कार कराएगी।
नाना और मौसा को सौंपा जाएगा शव
अतीक के परिवार के सभी लोग फरार चल रहे हैं, कोर्ट पहले ही अतीक के जनाजे में शामिल होने की अर्जी को नामंजूर कर चुकी है, ऐसे में सवाल उठ रहा है कि असद को सुपुर्द-ए-खाक कैसे किया जाएगा, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक असद अहमद के शव को झांसी से प्रयागराज लाने के लिये उसके नाना और मौसा जाएंगे, पुलिस उन्हें असद का शव सौंप सकती है।