सचिन पायलट को किनारे लगा रही कांग्रेस?, अब ये खास लिस्ट कर रही इशारा
सचिन पायलट तथा अशोक गहलोत लंबे समय से आमने-सामने हैं, दोनों एक-दूसरे के खिलाफ कई बार बयानबाजी कर चुके हैं, अशोक गहलोत कई बार सचिन पायलट पर पार्टी से गद्दारी करने का आरोप लगा चुके हैं।
New Delhi, Apr 20 : कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिये कांग्रेस पार्टी ने अपने स्टार प्रचारकों की सूची जारी कर दी है, इस सूची में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत कुल 40 नेताओं के नाम शामिल है, साथ ही इसमें राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को भी शामिल किया गया है। इस सूची में सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम तथा प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को जगह नहीं दी गई है, सचिन पायलट तथा अशोक गहलोत लंबे समय से आमने-सामने हैं, दोनों एक-दूसरे के खिलाफ कई बार बयानबाजी कर चुके हैं, अशोक गहलोत कई बार सचिन पायलट पर पार्टी से गद्दारी करने का आरोप लगा चुके हैं।
एक दिन का अनशन
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले ही सचिन पायलट ने एक बार फिर से अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था, सचिन हाल ही में गहलोत सरकार पर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के कार्यकाल के दौरान कथित करप्शन की जांच कराने के चुनावी वादे को पूरा करने की मांग को लेकर एक दिन का अनशन कर चुके हैं।
हिमाचल में रहे प्रचारक
हालांकि इस एपिसोड से पहले पिछले साल हुए हिमाचल प्रदेश में सचिन पायलट को पार्टी ने प्रचार के लिये भेजा था, जहां कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल की, अब कर्नाटक में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के स्टार प्रचारकों की सूची में सचिन पायलट का नाम नहीं शामिल होने से ये संकेत मिल रहा है कि हाईकमान उनके प्रति अपने रुख सख्त कर रहे हैं।
प्रभारी ने भी दिखाये सख्त तेवर
बुधवार को कांग्रेस पार्टी के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पार्टी पदाधिकारियों तथा कार्यकर्ताओं को सख्त संदेश दिया कि कोई भी नेता पार्टी से बड़ा नहीं है, उन्होने ये भी कहा कि सचिन पायलट को अपने मुद्दे पर एक दिन का उपवास करने के बजाय राजस्थान विधानसभा में बहस के दौरान पिछली बीजेपी सरकार द्वारा कथित करप्शन के मामलों में कार्रवाई की मांग करनी चाहिये थी, उन्होने कहा कि वो कांग्रेस पार्टी के लिये काम करने वालों तथा इसके लिये समस्या करने वालों को गंभीरता से देख रहे हैं।