कर्नाटक- जेडीएस बनेगी किंगमेकर, या बीजेपी रचेगी इतिहास, जानिये क्या कहते हैं एग्जिट पोल?
चुनाव के नतीजे 13 मई को आएंगे, उससे पहले तमाम न्यूज चैनल्स और मीडिया हाउसेज एग्जिट पोल कर रहे हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि बीजेपी को नुकसान तथा कांग्रेस को फायदा हो सकता है।
New Delhi, May 11 : कर्नाटक विधानसभा चुनाव की 224 सीटों के लिये बुधवार को मतदान हुआ, बीजेपी तथा कांग्रेस दोनों ने इस चुनाव में अपनी पूरी ताकत झोंकी, दोनों ही अपनी-अपनी जीत के दावे कर रही है, बीजेपी ने कर्नाटक की सभी 224 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, वो सत्ता में वापसी के साथ नया इतिहास रचने का दावा कर रही है, जबकि कांग्रेस के मेलुकोट विधानसभा सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था, वो प्रदेश की 223 सीटों पर चुनाव लड़ी है, वहीं कर्नाटक की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी जेडीएस ने भी 207 उम्मीदवार मैदान में उतारा था, वहीं आप ने पहली बार कर्नाटक चुनाव में हिस्सा लिया, वो जेडीएस से भी ज्यादा 209 सीटों पर लड़ी, जबकि बसपा ने 133 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे।
सत्ता परिवर्तन का दावा
कांग्रेस इस बार बीजेपी को सत्ता से बाहर करने और बहुमत के साथ सरकार बनाने का दावा कर रही है। कांग्रेस तथा बीजेपी की तरह जेडीएस भले ही सत्ता की सीधी लड़ाई में शामिल ना हो, लेकिन उसे उम्मीद है कि 2018 विधानसभा चुनाव की तरह एक बार फिर वो किंगमेकर की भूमिका में आ सकती है। ऐसे में कर्नाटक की लड़ाई बेहद दिलचस्प हो चुकी है।
एग्जिट पोल
चुनाव के नतीजे 13 मई को आएंगे, उससे पहले तमाम न्यूज चैनल्स और मीडिया हाउसेज एग्जिट पोल कर रहे हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि बीजेपी को नुकसान तथा कांग्रेस को फायदा हो सकता है। जी न्यूज के एग्जिट पोल के मुताबिक बीजेपी को 79-94 सीटें मिल सकती है, कांग्रेस को 103-118 सीटें मिल सकती है, जबकि जेडीएस के खाते में 25 से 33 सीटें जा सकती है, अन्य को 2 से 5 सीटें मिलने की उम्मीद है। वोट प्रतिशत की बात करें, तो बीजेपी को 36 फीसदी, कांग्रेस को 41 फीसदी, जेडीएस को 17 तथा अन्य के खाते में 6 फीसदी वोट जाने की संभावना है।
2018 का रिजल्ट
2018 विधानसभा चुनाव परिणाम की बात करें, तो बीजेपी को 104 सीटें, कांग्रेस को 80, जेडीएस को 37, तथा अन्य को 3 सीटें मिली थी, उस चुनाव में किसी भी एक पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था, तब कांग्रेस को 38.04 फीसदी वोट, बीजेपी को 36.22 फीसदी, जेडीएस को 18.36 फीसदी तथा अन्य को 7.38 फीसदी वोट मिले थे।