एक साल बाद वृषभ राशि में सूर्य का प्रवेश, इन 4 राशियों को व्यापार और करियर में तरक्की

सूर्य 15 मई को एक साल बाद वृषभ राशि में प्रवेश करने वाले हैं, सूर्य के इस गोचर को वृषभ संक्रांति कहा जाएगा, हर राशि के जातकों के लिये सूर्य का राशि परिवर्तन काफी मायने रखता है।

New Delhi, May 12 : वैदिक ज्योतिष के मुताबिक सूर्य को एक राशि से दूसरे राशि में जाने में करीब एक महीने का समय लगता है, इस आधार पर एक राशि में दोबारा आने पर उन्हें पूरा साल लग जाता है, ऐसे ही सूर्य 15 मई को एक साल बाद वृषभ राशि में प्रवेश करने वाले हैं, सूर्य के इस गोचर को वृषभ संक्रांति कहा जाएगा, हर राशि के जातकों के लिये सूर्य का राशि परिवर्तन काफी मायने रखता है, आइये जानते हैं कि सूर्य के गोचर करने से किन राशियों को पूरा लाभ मिलेगा।

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कर्क- इस राशि में सूर्य दूसरे भाव के स्वामी हैं, वो वृषभ राशि में गोचर करते हुए इस राशि के नौवें भाव में होंगे, ऐसे में इस राशि के जातकों को भाव का पूरा साथ मिल सकता है, जीवन में कई तरह के बदलाव आ सकते हैं, लेकिन स्वास्थ्य का खास ध्यान रखने की जरुरत है, समाज में मान-सम्मान, पद प्रतिष्ठा में बढोतरी हो सकती है, साथ ही आय के नये स्त्रोत खुल सकते हैं।

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कन्या- इस राशि में सूर्य 12वें भाव के स्वामी हैं, वो इस राशि में सातवें भाव में गोचर कर रहे हैं, ऐसे में इस राशि के जातकों को व्यापार में काफी अच्छा लाभ मिल सकता है, साथ ही बिजनेस में भी अपार सफलता मिल सकती है, लेकिन बेकार के लड़ाई-झगड़े से बचकर रहें।

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सिंह- सूर्य के वृषभ राशि में रवेश करने से इस राशि के जातकों को खास लाभ मिलने वाला है, rupees कार्यस्थल में आपके काम की प्रशंसा हो सकती है, ऐसे में उच्च अधिकारी आपसे खुश हो सकते हैं, धन लाभ के भी पूरे आसार हैं, आय के नये स्त्रोत खुल सकते हैं, परिवार के साथ अच्छा समय बीत सकता है, इसके साथ ही निवेश करने का प्लान बना रहे हैं, तो इस अवधि में कर सकते हैं।

कुंभ- इस राशि के जातकों का परिवार के साथ अच्छा समय बीत सकता है, समाज में मान-सम्मान के साछ धन प्रतिष्ठा की प्राप्ति हो सकती है, अपने सपनों को पूरा करने का मौका भी मिल सकता है, नौकरी पेशा लोगों को पदोन्नति तथा इंक्रीमेंट मिल सकता है, इसके साथ ही व्यापारियों को भी अपार लाभ मिलने के योग बन रहे हैं।

(डिस्क्लेमर- यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है, हम इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करते हैं।)