बिहार के दिहाड़ी मजदूर का बेटा यूएस में करेगा भारत का प्रतिनिधित्व, सक्सेस स्टोरी

बिहार के मसौढी के रहने वाले गौतम गरीब परिवार से नाता रखते हैं, उनके पिता संजय मांझी एक दिहाड़ी मजदूर तथा टोला सेवक के रुप में काम करते हैं, उनकी मां लगनी देवी गृहिणी हैं, वो अपने परिवार के पहले शख्स हैं, जिसने हाई स्कूल पास कर कॉलेज में दाखिला लिया।

New Delhi, May 17 : बिहार के गौतम कुमार को अमेरिका के कैलिफोर्निया में 2023 हैनसेन लीडरशिप प्रोग्राम के लिये दुनिया के 20 युवाओं में चुना गया है, इस कार्यक्रम के लिये चुने गये गौतम एकमात्र भारतीय हैं, बिहार के मसौढी के रहने वाले गौतम गरीब परिवार से नाता रखते हैं, उनके पिता संजय मांझी एक दिहाड़ी मजदूर तथा टोला सेवक के रुप में काम करते हैं, उनकी मां लगनी देवी गृहिणी हैं, वो अपने परिवार के पहले शख्स हैं, जिसने हाई स्कूल पास कर कॉलेज में दाखिला लिया। इस प्रोग्राम के तहत गौतम को पूर्ण छात्रवृत्ति मिली है, उनके आने-जाने का हवाई किराया, रहने तथा खाने की व्यवस्था, लोकल ट्रांसपोर्ट समेत तमाम खर्च हैनसेन उठाएगा।

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क्या है हैनसेन लीडरशिप प्रोग्राम
कैलिफोर्निया के यूनिवर्सिटी ऑफ सैन डिएगो स्थित हैनसेन लीडरशिप प्रोग्राम विश्व शांति तथा अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढावा देने के लिये दुनिया भर के कुछ प्रेरणादायी युवाओं का चुनाव कर उन्हें ट्रेनिंग दी जाती है।

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डेक्स्टेरिटी ग्लोबल ने गौतम को तैयार किया
गौतम को राष्ट्रीय संगठन डेक्स्टेरिटी ग्लोबल द्वारा प्रशिक्षित किया गया है, डेक्सटेरिटी ग्लोबल एक राष्ट्रीय संगठन है, जो शैक्षणिक अवसरों पर प्रशिक्षण के माध्यम से भारत एवं विश्व के लिये नेतृत्व की अगली पीढी तैयार करने में कार्यरत है।

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कंप्यूटर साइंस छात्र
गौतम ने डेक्सटेरिटी ग्लोबल के नेतृत्व विकास कार्यक्रम डेक्सस्कूल तथा करियर विकास कार्यक्रम डेक्सटेरिटी टू कॉलेज में ट्रेनिंग प्राप्त किया, 2 साल पहले उनका डेक्सटेरिटी टू कॉलेज फेलो के रुप में पूर्ण छात्रवृत्ति पर अशोका यूनिवर्सिटी में सलेक्शन हुआ था, वो वर्तमान में कंप्यूटर साइंस के सेकेंड ईयर के स्टूडेंट हैं।

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