जनवरी में चिराग, फरवरी में सहनी, अब कुशवाहा, बीजेपी बिहार में चला रही ऑपरेशन कमांडो, Inside Story
बिहार में बीजेपी उन पार्टी के नेताओं को एनडीए में लाने की कोशिश में है, जिनका अपनी जाति के वोटरों पर मजबूत पकड़ है, ऐसे में बिहार पॉलिटिक्स के जानकार बताते हैं कि बिहार में बीजेपी की ओर से ऑपरेशन कमांडो चलाया जा रहा है।
New Delhi, May 18 : बिहार में एक के बाद एक करीब हर महीने राजनीतिक दलों के नेताओं की सुरक्षा बढाई जा रही है, आपको बता दें कि नीतीश से बीजेपी का साथ छूटा तो अब अन्य दलों के नेताओं को साथ लाने की कोशिश में बीजेपी जुटी है, लोकसभा चुनाव 2024 में होना है, इससे पहले बीजेपी बिहार में अपनी जमीन मजबूत करने तथा नीतीश की कमी को पूरा करने की कोशिश में जुटी हुई है, बीजेपी ने बिहार में 40 में से 36 सीटों पर जीत का लक्ष्य रखा है, जबकि बीजेपी को पता है कि महागठबंधन के दल एक साथ खड़े हैं, ऐसे में बीजेपी की ये कोशिश तब तक कामयाब नहीं हो सकती, जब तक बीजेपी बिहार में अपने नये सहयोगी ना तलाश ले।
नये सहयोगी की तलाश
बिहार में बीजेपी उन पार्टी के नेताओं को एनडीए में लाने की कोशिश में है, जिनका अपनी जाति के वोटरों पर मजबूत पकड़ है, ऐसे में बिहार पॉलिटिक्स के जानकार बताते हैं कि बिहार में बीजेपी की ओर से ऑपरेशन कमांडो चलाया जा रहा है, जिसमें सबसे पहले जनवरी में लोजपा (रामविलास) के नेता चिराग पासवान को जेड कैटेगरी की सुरक्षा मुहैया कराई गई, फिर एक महीने बाद ही वीआईपी पार्टी के मुकेश सहनी को वाई प्लस कैटेगरी सुरक्षा दी गई, फिर मार्च में नीतीश की पार्टी जदयू छोड़ने वाले उपेन्द्र कुशवाहा को वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई, जिसे अब मई में बढाकर जेड सिक्योरिटी किया जा रहा है।
वोटबैंक पर नजर
मालूम हो कि ये तीनों नेता अपनी-अपनी जाति के वोटरों के बीच खास पकड़ रखते हैं, और साथ ही ये अगर बीजेपी के साथ आ गये, तो नीतीश और महागठबंधन को भारी नुकसान हो सकता है, ऐसे में इन नेताओं को मिली सुरक्षा को राजनीति के जानकार बीजेपी का माइंड गेम बता रहे हैं, ताकि ये नेता मिलकर बीजेपी को 2024 में जीत का रास्ता बनाये।
आईबी की रिपोर्ट
वैसे आईबी की रिपोर्ट के आधार पर नेताओं को मिलने वाली इन सुरक्षा घेरों की खबरों को देखें, ये पूर्णतः सामान्य लगेगा, लेकिन आप साफतौर पर देखेंगे, तो आपको पता चल जाएगा कि पिछले कुछ समय में चुनाव का मौसम करीब आते ही नेताओं की सुरक्षा धड़ाधड़ बढ रही है, वैसे अगले साल 2024 में लोकसभा चुनाव होना है, ऐसे में बीजेपी अभी से ही सियासी बिसात बिछाने में लगी हुई है।