WTC Final में टीम इंडिया की हार पर कोच राहुल द्रविड़ का बड़ा बयान, इन खिलाड़ियों को बताया विलेन
टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहले गेंदबाजी के भारत के फैसले का बचाव करते हुए कहा, मौसम तथा पिच को देखकर ये फैसला लिया गया था।
New Delhi, Jun 12 : टीम इंडिया 10 साल बाद आईसीसी ट्रॉफी जीतने का सुनहरा अवसर चूक गई, रविवार को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल मैच के पांचवें तथा आखिरी दिन ऑस्ट्रेलिया की टीम ने भारत को 209 रनों से हराकर पहली बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की गदा पर कब्जा जमा लिया है, विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फइनल में टीम इंडिया की करारी हार के बाद मुख्य कोच राहुल द्रविड़ जमकर भड़के हैं, उन्होने टीम के दो खिलाडियों को सबसे बड़ा विलेन बताया है।
कोच द्रविड़ का बयान
टीम इंडिया के हेड कोच राहुल द्रविड़ ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में पहले गेंदबाजी के भारत के फैसले का बचाव करते हुए कहा, मौसम तथा पिच को देखकर ये फैसला लिया गया था, जीत के लिये 444 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम इंडिया 5वें दिन पहले ही सत्र में 234 रनों पर ढेर हो गई, इस मैच में कमेंट्री कर रहे पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने राहुल द्रविड़ से कुछ कठिन सवाल पूछे, उन्होने पहले गेंदबाजी के फैसले पर भी सवाल खड़े किये थे।
इन खिलाड़ियों को बताया विलेन
राहुल द्रविड़ ने कहा हमने मौसम तथा पिच पर जमी घास को देखकर ये फैसला लिया था, हमें लगा था कि बाद में बल्लेबाजी आसान हो जाएगी, इंग्लैंड में पिछले कुछ समय में अधिकांश टीमें ऐसे ही फैसले लेती आई हैं, हमें लगा था कि ये अच्छा फैसला है, क्योंकि ऑस्ट्रेलिया के 3 विकेट 70 रन पर ही गिर गये थे, लेकिन इसके बाद अगले सत्रों में हमने काफी रन दे दिये, हम उन्हें 300 पर भी आउट कर पाते, तो मैच में बने रहते, हमने सोचा कि लक्ष्य जो भी हो, हम जुझारुपन नहीं छोड़ेंगे, हालांकि इसके लिये असाधारण प्रदर्शन की जरुरत थी, हमारे गेंदबाजों ने निराश किया, क्योंकि इस पिच पर 469 रन नहीं बनने चाहिये थे, इसके बाद बल्लेबाजों ने खराब शॉट खेले।
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं किया
पिछले 10 साल में आईसीसी खिताब नहीं जीत पाने के बारे में पूछने पर उन्होने कहा हम करीब पहुंच रहे हैं, हम सेमीफाइनल, फाइनल खेल रहे हैं, लेकिन हमने पिछले 5 दिन में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं किया, हम आत्ममंथन करेंगे, हमारे पास टॉप 5 में अनुभवी खिलाड़ी हैं, जिन्होने ऊंचे मानक कायम किये हैं, ये खिलाड़ी भविष्य में लीजैंड कहलाएंगे, उन्होने ऑस्ट्रेलिया में दो सीरीज जीती, इंग्लैंड में टेस्ट जीते, हम जो कर सकते हैं, कर रहे हैं।