शनि अमावस्या – आज सूर्यास्त से पहले कर ले ये उपाय, साढेसाती और ढैय्या से मिलेगी मुक्ति

शनि की साढेसाती तथा ढैय्या शनि ग्रह के कारण होता है, शनि की साढेसाती तब होती है, जब शनि जन्म के चंद्रमा से 12वें, पहले या दूसरे भाव में गोचर करता है।

New Delhi, Jun 17 : आषाढ महीने की अमावस्या आज है, शनिवार के दिन पड़ने के कारण इसे शनि अमावस्या कहा जा रहा है, शनिवार को अमावस्या पड़ने के कारण इसका ज्यादा महत्व है, आज के दिन पितरों का तर्पण करा जाता है, इसलिये इसे पितृकार्येषु अमावस्या भी कहते हैं, शनि अमावस्या के दिन काफी शुभ संयोग बन रहे हैं, आज के दिन कुछ खास उपाय करके व्यक्ति शनि दोष, शनि महादशा, शनि साढेसाती तथा ढैय्या से निजात पा सकते हैं। आइये जानते हैं कि आज कौन से उपाय करना शुभ होगा।

Advertisement

शनि अमावस्या पर खास संयोग
शनि अमावस्या पर एक खास संयोग बन रहा है, shani1 जहां आज शनि अपनी ही राशि कुंभ में वक्री हो रहे हैं, इसके साथ ही आज दो शुभ योग यानी सर्वार्थ सिद्धि योग तथा सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है।

Advertisement

कुंडली में कब होती है शनि साढेसाती और ढैय्या
ज्योतिष के मुताबिक शनि की साढेसाती तथा ढैय्या शनि ग्रह के कारण होता है, शनि की साढेसाती तब होती है, ShaniDev जब शनि जन्म के चंद्रमा से 12वें, पहले या दूसरे भाव में गोचर करता है, वहीं ढैय्या तब होती है, जब शनि जन्म के चंद्रमा से चौथे या आठवें भाव में गोचर करता है।

Advertisement

करें शनि मंत्र का जाप
आज भगवान शनि की विधिवत पूजा करने के साथ ही ऊं शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप कर सकते हैं, lord shani नियमित रुप से इस मंत्र का जाप करने से साढेसाती तथा ढैय्या के हानिकारक प्रभावों को कम किया जा सकता है। शनि अमावस्या तथा शनिवार के दिन व्रत रखना शुरु कर दें, इस दिन अन्न का त्याग कर दें, फल, दूध आदि का सेवन करें।

(डिस्क्लेमर- यहां दी गई जानकारियां सामान्य मान्यताओं पर आधारित है, हम इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करते हैं।)