पद्मावत Vs करणी सेना : सुप्रीम कोर्ट में अवमानना याचिका दायर
फिल्म पद्मावत का विरोध कर रही करणी सेना के तीन नेताओं के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। जिसकी सुनवाई सोमवार को होगी।
New Delhi Jan 25 : संजय लीला भंसाली की फिल्म पद्मावत देशभर में रिलीज हो चुकी है। लेकिन, इस फिल्म को लेकर पूरे देश में बवाल जारी है। कई राज्यों में फिल्म पद्मावत को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। हिंसा की खबरें भी आ रही है। इस बीच एक बार फिर ये विवाद सु्प्रीम कोर्ट में पहुंच गया है। ताजा जानकारी के मुताबिक गुरुवार को फिल्म पद्मावत को लेकर सुप्रीम कोर्ट में दो याचिकाएं डाली गई हैं। दोनों ही याचिकाएं कोर्ट की अवमानना से जुड़ी हुई हैं। सुप्रीम कोर्ट इन याचिकाओं पर सोमवार को सुनवाई करेगा। एक याचिका में करणी सेना के तीन नेताओं के खिलाफ अदालत की अवमानना का आरोप लगाया है। जबकि दूसरी याचिका में चार राज्यों पर कोर्ट आफ कंटेप्ट का केस चलाने की मांग की गई है। दोनों ही याचिकाओं में कहा गया है कि अदालत की मंजूरी के बाद भी कुछ लोग फिल्म पद्मावत को रिलीज नहीं होने दे रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में कड़ा रुख अख्तियार किया है। इस केस में अदालत की सख्त टिप्पणी सामने आई है। सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि जिन्हें ये फिल्म पसंद ना हो वो इसे ना देखें। लेकिन, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर रोक नहीं है। यानी सुप्रीम कोर्ट का साफ तौर पर कहना है कि जनता इस बात के लिए स्वतंत्र है कि वो फिल्म देखे या ना देखे। लेकिन, कोई भी व्यक्ति या संगठन किसी को जबरन फिल्म देखने से नहीं रोक सकता है। जानकारी के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट में पहली याचिका करणी सेना के तीन नेताओं के खिलाफ दायर की गई है। याचिकाकर्ता विनीत ढांडा ने फिल्म पद्मावत का विरोध कर रही करणी सेना के तीन नेताओं पर आरोप लगाया है कि उन्होंने कोर्ट के आदेश की अवहेलना की है। करणी सेना के जिन तीन लोगों के खिलाफ ये याचिका दायर की गई है उसमें सूरजपाल अम्मू, कर्ण सिंह और लोकेंद्र सिंह कलवी का नाम शामिल है।
जबकि दूसरी याचिका में राजस्थान, हरियाणा, गुजरात और मध्य प्रदेश सरकार के खिलाफ कोर्ट की अवमानना का आरोप लगाया गया है। दोनों ही याचिकाओं पर सोमवार को सुनवाई होगी। दरअसल, फिल्म पद्मावत का विरोध लंबे समय से चला आ रहा है। ये मामला सुप्रीम कोर्ट भी पहुंच गया था। लेकिन, सुप्रीम कोर्ट ने संजय लीला भंसाली को राहत देते हुए 25 जनवरी को पूरे देश में फिल्म को रिलीज करने का आदेश दिया था। जबकि कई राज्यों की सरकारों का कहना था कि फिल्म पद्मावत के रिलीज होने से वहां की कानून व्यवस्था बिगड़ सकती है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ये फिल्म देशभर की करीब सात हजार स्क्रीन पर एक साथ रिलीज हुई है। फिल्म पद्मावत को हिंदी के अलावा तमिल और तेलगु भाषा में भी रिलीज किया गया है। फिल्म के रिलीज होने के साथ ही करणी सेना का विरोध प्रदर्शन और भी उग्र हो गया है।
बनारस में एक शख्स ने एक सिनेमाघर के बाहर फिल्म पद्मावत के विरोध में आत्मदाह करने की कोशिश की। लेकिन, पुलिस ने उसे वक्त रहते ही पकड़ लिया। ये शख्स अभी पुलिस की हिरासत में है। उधर, दूसरी ओर राजस्थान के उदयपुर में करणी सेना के लोगों का गुस्सा फूटा। उदयपुर में कई जगहों पर करणी सेना के उपद्रवियों ने जमकर तोड़ फोड़ की। जबकि लखनऊ के नावेल्टी सिनेमा के बाहर करणी सेना के लोग गुलाब का फूल लेकर खड़े नजर आए। इन लोगों ने फिल्म पद्मावत का टिकट ले चुके लोगों को फूल देकर अपना विरोध जाहिर किया और लोगों से अपील की कि वो फिल्म को ना देंगे। इससे पहले करणी सेना के लोगों ने बुधवार को फिल्म पद्मावत के विरोध में जीडी गोयनका स्कूल की बस को अपना निशाना बनाया था। करणी सेना ने इस बस पर उस वक्त हमला किया जब बस में बच्चे सवार थे। हरियाणा पुलिस ने करीब 18 घंटे बाद इस केस में 18 लोगों को गिरफ्तार किया है।