चुनाव में नीतीश के खिलाफ खूब गरजे थे चिराग पासवान, अब लिया बदला, ‘जीरो’ हो गये मोदी के हनुमान!
विधानसभा चुनाव के दौरान पासवान की लोजपा ने जदयू के वोट बेस में गंभीर सेंध लगाई, उन्हें काफी नुकसान पहुंचाया, जिसकी वजह से जदयू इस चुनाव में सिर्फ 43 सीटें ही जीत सकी।
New Delhi, Apr 09 : लोजपा प्रमुख और जमुई से दो बार के सांसद चिराग पासवान ने बिहार विधानसभा चुनाव के समय जदयू और प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला था, चुनाव से ठीक पहले एनडीए से अलग होने के बाद चिराग ने नीतीश के खिलाफ मोर्चा खोला था, चुनाव के 6 महीने बाद आखिरकार नीतीश ने चिराग से अपना बदला ले लिया, लोजपा के इकलौते विधायक राजकुमार सिंह जदयू में शामिल हो गये, मटिहानी से विधायक राजकुमार सिंह पार्टी के राष्ट्रीय महासिचव द्वारा कारण बताओ नोटिस दिये जाने से नाराज चल रहे थे, इसी नाराजगी की वजह से उन्होने जदयू में शामिल होने का मन बना लिया था, और बगावती तेवर दिखाने लगे थे।
जदयू को पहुंचाया था नुकसान
विधानसभा चुनाव के दौरान पासवान की लोजपा ने जदयू के वोट बेस में गंभीर सेंध लगाई, उन्हें काफी नुकसान पहुंचाया, जिसकी वजह से जदयू इस चुनाव में सिर्फ 43 सीटें ही जीत सकी, और तीसरे स्थान पर रही, इस चुनाव में सबसे ज्यादा सीटें राजद 75 और बीजेपी 74 जीती थी, लोजपा खुद तो 1 सीट जीत सकी, लेकिन जदयू को बड़ा नुकसान पहुंचाया।
जदयू में शामिल
लोजपा के इकलौते विधायक राजकुमार सिंह ने अपने फैसले को कठिन बताया, उन्होने कहा कि पार्टी की ओर से मतदान लेकर कोई दिशा-निर्देश नहीं दिया गया था, स्पीकर के चुनाव के समय एनडीए के पक्ष में मतदान करने को कहा गया था इसलिये उन्होने उपाध्यक्ष पद के लिये भी एनडीए को ही वोट किया।
विकास के लिये नीतीश के साथ
उन्होने कहा कि वो हमेशा एनडीए का हिस्सा था, विधानसभा में भी हर फैसले में एनडीए का समर्थन किया था, वो सिर्फ बेगूसराय और मटिहानी विधानसभा को विकसित करने के लिये नीतीश के साथ गये हैं, ताकि जिले और विधानसभा का विकास हो सके। विधायक ने कहा कि कुछ लोग चर्चा करते होंगे, स्थिति स्पष्ट करने को, लेकिन उनकी स्थिति स्पष्ट है, मटिहानी की जनता से जो वादे किये हैं, वो पूरा करेंगे, जदयू जिलाध्यक्ष रुदल ने कहा कि विधायक के जदयू में शामिल होने के बाद उनका स्वागत किया गया है, वो विकास की भावना से जदयू में आये हैं।