लाखों-करोड़ों सिलेंडर से ज्यादा ऑक्सीजन पैदा करते हैं ये 6 पेड़, बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियां भी इनके सामने फेल!
समय के साथ आधुनिक होती दुनिया ने पेड़ों की जमकर कटाई की, जिसका नतीजा निकला पर्यावरण में ऑक्सीजन की कमी, आइये आपको 6 पेड़ों के बारे में बताते हैं, जो खूब ऑक्सीजन छोड़ते हैं।
New Delhi, Apr 25 : भारत में अचानक कोरोना की दूसरी लहर के बीच अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन की भारी कमी देखने को मिल रही है, विशेषज्ञों का कहना है कि अगर 6 पेड़ ज्यादा से ज्यादा लगाये गये होते, तो देश में कभी भी ऑक्सीजन की कमी नहीं होती, जहां पहले पेड़ों से ऑक्सीजन मिलती थी, अब फैक्ट्री में इनका निर्माण होने लगा है, समय के साथ आधुनिक होती दुनिया ने पेड़ों की जमकर कटाई की, जिसका नतीजा निकला पर्यावरण में ऑक्सीजन की कमी, आइये आपको 6 पेड़ों के बारे में बताते हैं, जो खूब ऑक्सीजन छोड़ते हैं।
नीम- नीम के पेड़ में कई औषधीय गुण हैं, ये पेड़ पर्यावरण को साफ रखने में मदद करता है, ये एक तरह से नेचुरल एयर प्यूरीफायर है, ये वातावरण में मौजूद गंदगी को साफ कर हवा में ऑक्सीजन की मात्रा बढाती है, विशेषज्ञ का कहना है कि नीम के पेड़ को लगाने से आसपास की हवा में मौजूद बैक्टेरिया मर जाते हैं।
जामुन- जामुन तो आपने खूब खाये होंगे, इसके बीज भी काफी फायदेमंद होते हैं, लेकिन इसके पेड़ को कम ना समझें, जामुन का पेड़ सल्फर और नाइट्रोजन जैसे गैसों को शुद्ध बना देता है, साथ ही काफी ज्यादा ऑक्सीजन भी छोड़ता है।
बरगद- बरगद के पेड़ को नेशनल ट्री कहा जाता है, हिंदूओं में भी इस पेड़ की पूजा की जाती है, ये पेड़ भी काफी विशाल होता है, बरगद की एक खासियत है कि ये पेड़ कितना ऑक्सीजन बनाएगा, ये बात उसकी छाया पर निर्भर करता है, यानी जितना बड़ा और घना पेड़ होगा, उतनी ही ज्यादा इससे ऑक्सीजन मिल पाएगी।
अशोक – अशोक का पेड़ भारी मात्रा में ऑक्सीजन का निर्माण कर पर्यावरण में छोड़ता है, इसे लगाने से ना सिर्फ ऑक्सीजन की मात्रा बढती है, बल्कि ये पेड़ दूषित गैसों को भी सोख कर शुद्ध बना देती है।
अर्जुन – अर्जुन का पेड़ हिंदू धर्म में काफी महत्व रखता है, इसे माता सीता का फेवरिट कहा जाता है, इसके कई आयुर्वेदिक फायदे हैं, ना सिर्फ ये पेड़ ऑक्सीजन की मात्रा बढाने में मदद करता है, बल्कि दूषित गैसों को सोखकर शुद्ध बना देता है।
पीपल- विशेषज्ञ का कहना है कि पीपल का पेड़ किसी अन्य पेड़ की तुलना में सबसे ज्यादा ऑक्सीजन का निर्माण करता है, ये पेड़ 60 से 80 फीट तक लंबा हो सकता है, हिंदूओं में तो इस पेड़ का धार्मिक महत्व भी है, ये पेड़ अपनी पूरी जिंदगी में इतना ऑक्सीजन बना सकता है, जितना कई फैक्ट्रीज भी नहीं कर पाते हैं।