यमुना में बहता मिला ‘कर्ण’, तसले में रखा हुआ था नवजात, फरिश्तों ने बचाई जान
यमुना नदी में एक तसला बहता देख लोग हैरान हुए, जब पास जाके देखा था तो उसमें एक नवजात कपड़े में लिपटा मिला । पूरी खबर आगे पढ़ें ।
New Delhi, May 07: महाभारत के कर्ण के बारे में सभी ने ये कथा पढ़ी है कि प्रकार कुंती ने उन्हें जन्म देने के बाद एक टोकरी में रखकर पानी में बहा दिया था, जिसके बाद वो एक सूद को मिले और उन्होंने ही कर्ण को जीवनदान देकर पालन पोषण किया । कुछ ऐसा मामला मथुरा के वृंदावन में सामने आया है, यहां यमुना में एक नवजात को किसी ने तसले में रखकर छोड़ दिया था । इस मासूम की जान भी ना बच पाती अगर कुछ लोग उसे समय रहते ना देखते ।
तसले में मिला नवजात
यमुना नदी में बहते इस नवजात के लिए मथुरा के वृंदावन के लोग फरिश्ता बनकर सामने आए । दरअसल पानी गांव पुल के पास गुरुवार सुबह यमुना नदी में एक नवजात बहता हुआ मिला, एक या दो दिन के इस नवजात को कपड़े में लपेटकर तसले में रखा हुआ था । नवजात को बहता देख स्थानीय लोगों ने तत्काल बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी । मौके पर पुलिस के आने के बाद स्थानीय लोगों ने नवजात को जिला अस्पताल पहुंचाया।
बच्चे की सेहत ठीक है
जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने नवजात को ऑब्जर्वेशन में रखा है, फिलहाल बच्चा स्वस्थ बताया जा रहा है।जिला अस्पताल के डाक्टर केके माथुर ने मामले में जानकारी दी कि नवजात के अविकसित लिंग को छिपाने की वजह से उसे तसले में डालकर यमुना में बहा दिया गया होगा। डाक्टरों के मुताबिक ये बच्चा ट्रांसजेंडर है। डॉक्टरों के मुताबिक फिलहाल नवजात स्वस्थ है, उसका वजन तकरीबन 3 किलो है।
कुछ दिन अस्पताल में रहेगा बच्चा
डॉक्टरों ने नवजात को ऑब्जर्वेशन के लिए अस्पताल में ही कुछ दिन रखने का फैसला किया है। इसके साथ ही नवजात मिलने की सूचना चाइल्ड लाइन संस्था को दे दी गई है। संस्था के सदस्य कृष्णकुमार ने मामले में बताया कि डाक्टरों के आब्जर्वेशन के बाद बच्चे को बाल समिति के पास पेश किया जाएगा, वहां से चाइल्ड लाइन को मिलेगा। संस्था ने भी यही आशंका जताई है कि नवजात के ट्रांसजेंडर होने के कारण ही उसके परिजनों द्वारा नदी में बहा दिया गया ।