अमेरिका की नौकरी छोड़ वापस लौटे IITian ने 20 गायों के साथ खोली डेयरी, कमा रहे 44 करोड़ सालाना
किशोर ने आईआईटी खडगपुर से इंजीनियरिंग की, इसके बाद पीएचडी करने के लिये वो अमेरिका चले गये, फिर यहीं से उन्हें इंटेल जैसी नामी कंपनी में काम करने का अवसर मिला।
New Delhi, May 18 : भारत में कई लाख लोग ऐसे हैं, जो अपनी पसंद की नौकरी नहीं करते, घर-परिवार और दूसरी जरुरतों का ध्यान रखते हुए नौकरी करते रहते हैं, क्योंकि उससे पैसे मिलते हैं, जिससे जरुरत पूरी होती है, लिहाजा कई बार लोग करोड़ों की नौकरी और ठाट-बाट छोड़कर वापस लौट आते हैं, फिर वहीं काम करते हैं, जिसे वो दिल से चाहते हैं, कर्नाटक के किशोर इंदुकुरी की कुछ ऐसी ही कहानी है, जिन्होने अमेरिका में करोड़ों की नौकरी छोड़ दी, फिर भारत वापस लौट आये और शुरु किया डेयरी फार्म का बिजनेस, शुरुआत छोटी थी, लेकिन अब अपनी पसंद के काम से वो करोड़ों की कमाई कर रहे हैं।
आईआईटी खडगपुर से इंजीनियरिंग
किशोर ने आईआईटी खडगपुर से इंजीनियरिंग की, इसके बाद पीएचडी करने के लिये वो अमेरिका चले गये, फिर यहीं से उन्हें इंटेल जैसी नामी कंपनी में काम करने का अवसर मिला, लेकिन 6 साल नौकरी करने के बाद किशोर का मन भर गया, उन्होने देश लौटने का फैसला लिया।
हैदराबाद में शुरु किया बिजनेस
भारत आने के बाद वो हैदराबाद पहुंच गये, जहां उन्हें लगा कि लोगों को हाइजेनिक और शुद्ध दूध नहीं मिलता है, लिहाजा उन्होने डेयरी फार्म खोलने का फैसला लिया, 2012 में उन्होने सिर्फ 20 गायों के साथ डेयरी की शुरुआत की, किशोर लोगों के घर-घर तक दूध पहुंचाने लगे, धीरे-धीरे बिजनेस बढता गया, 2018 में किशोर के 6 हजार ग्राहक बन गये, सिड फार्म नाम से उनकी कंपनी हैदराबाद में दूध का बड़ा बिजनेस करने लगी है।
40 करोड़ का टर्नओवर
हाल के दिनों में उनका बिजनेस बढ गया है, अब उनके पास करीब 10 हजार से ज्यादा ग्राहक हैं, लिहाजा उनके फार्म में अब 120 लोग काम करते हैं, कंपनी का सालाना टर्नओवर 40 करोड़ रुपये पहुंच चुका है, अब उनकी कंपनी सिर्फ दूध ही नहीं बल्कि दूध से बने उत्पाद भी बेचती है, सिड का फार्म अब गाय और भैंस के दूध, गाय के दूध का मक्खन, स्किम दूध, गाय के दूध का घी और पनीर भी बेच रही है।
आसान नहीं रहा सफर
हाल ही में एक इंटरव्यू में किशोर इंदुकुरी ने बताया कि शुरुआत दिन उनके लिये मुश्किल थे, लेकिन बाद में उनके परिवार ने कड़ी मेहनत की, शुरुआत में उन्होने अपनी सारी बचत का इस्तेमाल किया, डेयरी स्थापित करने के लिये अपने परिवार से मदद मांगी, 1 करोड़ रुपये के शुरुआती निवेश तथा बाद में 2 करोड़ रुपये के साथ वो अपना बिजनेस खड़ा करने में सफल रहे, 2018 में डेयरी संचालन का विस्तार करने के लिये उन्हें 1.3 करोड़ रुपये का लोन भी मिला।