नहीं रहे सोनिया गांधी के भरोसेमंद नेता, मामूली स्कूल टीचर के बेटे से केन्द्रीय मंत्री तक का सफर

ऑस्कर फर्नांडिस यूपीए-1 में परिवहन, सड़क तथा राजमार्ग और श्रम व रोजगार मंत्री के रुप में काम किया था, वो एआईसीसी के केन्द्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष भी थे।

New Delhi, Sep 13 : कांग्रेस के कद्दावर नेता ऑस्कर फर्नांडिस का 80 साल की उम्र में निधन हो गया, कर्नाटक में उन्होने आखिरी सांस ली, इस साल जुलाई में सिर में चोट लगने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, सिर में चोट की वजह से उनके मस्तिष्क में रक्त का थक्का बन गया था, जिसे हटाने के लिये सर्जरी के बाद मेंगलुरु के येनेपॉय अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।

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सोनिया के भरोसेमंद
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के भरोसेमंद सहयोगी माने जाने वाले अनुभवी ऑस्कर फर्नाडिंस ने कई बार उत्तर-पूर्वी विद्रोहियों के साथ ही कई बार सरकार तथा पार्टी के मामलों को अपनी समझदारी से बातचीत के जरिये सुलझाया था, इतना ही नहीं कुचिपुड़ी नृत्य से जुड़े आंदोलनों को भी उन्होने बड़ी आसानी से संभाला था।

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मनमोहन सरकार में मंत्री
ऑस्कर फर्नांडिस यूपीए-1 में परिवहन, सड़क तथा राजमार्ग और श्रम व रोजगार मंत्री के रुप में काम किया था, वो एआईसीसी के केन्द्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष भी थे, वो कांग्रेस के महासचिव भी रह चुके थे। ऑस्कर राजीव गांधी के संसदीय सचिव के रुप में भी काम किया था, वो 1980 में कर्नाटक के उडुपी निर्वाचन क्षेत्र से 7वीं लोकसभा के लिये चुने गये थे, कर्नाटक के उडुपी से 5 बार के लोकसभा सांसद फर्नांडिस को 1999 का लोकसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस ने राज्यसभा के लिये नामित किया था।

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स्कूल टीचर के बेटे
एक साधारण स्कूल टीचर के बेटे ऑस्कर फर्नांडिस दो बार कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष रहे, पार्टी के लोगों के बीच काफी पसंद किये जाते थे, उन्हें जो भी काम सौंपा जाता था, उसे खत्म करने के लिये वो दिन-रात मेहनत करते थे, ऑस्कर फर्नांडिस नृत्य कुचिपुड़ी और यक्षगान के प्रशिक्षित कलाकार भी थे।