गंदी आदत से परेशान पति ने लगाई महिला सुरक्षा सेल से गुहार, प्लीज पीछा छुड़ाइये
मामला अलीगढ के चंडौस इलाके का है, बताया जा रहा है कि 2 साल पहले चंडौस के लड़के का निकाह क्वार्सी की लड़की के साथ हुआ था, शादी के बाद शुरु-शुरु में सब ठीक रहा, लेकिन फिर दंपत्ति में मनमुटाव और झगड़ा शुरु हो गया।
New Delhi, Sep 22 : यूपी के अलीगढ में एक मुस्लिम दंपत्ति अजीबो-गरीब वजह से तलाक के मुहाने पर पहुंच गया है, मामला महिला सुरक्षा सेल तक जा पहुंचा है, दोनों को जोड़े रखने तथा उनकी शादी बचाने के मकसद से काउंसलिंग कराई जा रही है, काउंसलिंग के दौरान उस समय सब हैरान रह गये, जब पति ने अपनी पत्नी से तलाक दिलाने की गुहार लगाते हुए उसके ना नहाने को सबसे प्रमुख वजह के तौर पर सामने रख दिया, पति ने काउंसलर से कहा, मैडम मेरी पत्नी नहाती नहीं है, मैं इसके साथ नहीं रह सकता, प्लीज मुझे तलाक दिला दीजिए।
आदतों और रहन-सहन से चिढ
मामला अलीगढ के चंडौस इलाके का है, बताया जा रहा है कि 2 साल पहले चंडौस के लड़के का निकाह क्वार्सी की लड़की के साथ हुआ था, शादी के बाद शुरु-शुरु में सब ठीक रहा, लेकिन फिर दंपत्ति में मनमुटाव और झगड़ा शुरु हो गया, दोनों एक-दूसरे की आदतों और रहन-सहन को लेकर कमेंट करने लगे, इस बीच 9 महीने पहले दोनों का एक बेटा भी हुआ, लेकिन परिवार में झगड़ों का सिलसिला नहीं थमा, घर की तूतू मैं-मैं जब हद से ज्यादा बढ गई, तो मामला पुलिस और वूमेन प्रोटेक्शन सेल की दहलीज तक जा पहुंचा।
समझाने की कोशिश
यहां काउंसलर ने पति और पत्नी दोनों को समझाने की कोशिश की, इस बीच पति ने पत्नी ने ना नहाने की बात करते हुए उससे तलाक दिलाने की गुहार लगाने लगा, पति ने कहा कि वो अपनी पत्नी से इसलिये परेशान है, कि वो रोज नहाती नहीं है, उसके शरीर से बदबू आती है, वो अब अपनी पत्नी के साथ नहीं रहना चाहता, दूसरी ओर पत्नी ने आरोप लगाया कि बेबुनियाद बातों के आधार पर उसे परेशान किया जा रहा है।
2 साल पहले भी ऐसा मामला
2 साल पहले भी पटना के मसौढी क्षेत्र का ऐसा ही एक मामला महिला आयोग तक पहुंचा था, तब पत्नी ने पति पर मारपीट कर घर से निकाल देने का आरोप लगाया था, घरेलू हिंसा के इस केस में महिला आयोग ने पति को नोटिस भेजकर तलब किया, तब पति ने महिला आयोग के सामने कहा कि उसकी पत्नी रोज नहाती नहीं है, इस बात को लेकर दोनों के बीच झगड़े होते हैं, दूसरी ओर पत्नी का कहना था कि वो मायके में भी ऐसी ही थी, महिला आयोग ने पत्नी को अपनी इस आदत में सुधार के लिये एक महीने का समय दिया था, और पति को हिदायत दी थी कि वो अपनी पत्नी के साथ मारपीट ना करे।