समीर वानखेड़े केस में उद्धव ठाकरे की एंट्री, क्रांति रेडकर ने लेटर लिखकर मांगी मदद
उद्धव सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर आरोप लगाया है कि उन्होने अनुसूचित जाति के फर्जी सर्टिफिकेट के जरिये नौकरी पाई, उनके पिता दलित थे, जिन्होने मुस्लिम महिला से शादी की, उसी धर्म को फॉलो किया।
New Delhi, Oct 29 : आर्यन खान ड्रग्स केस में जांच कर रहे एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर लेन-देन के आरोपों के साथ फर्जी सर्टिफिकेट के जरिये नौकरी पाने तथा धर्म परिवर्तन जैसे आरोप लग रहे हैं, इस मामले पर अब समीर की पत्नी क्रांति रेडकर ने सीएम उद्धव ठाकरे को लेटर लिखा है, उन्होने कहा कि माननीय उद्धव ठाकरे साहब, मैं बचपन से ही मराठी लोगों के न्याय और हक की लड़ाई लड़ते हुए शिवसेना को देखते हुए बड़ी हुई हूं। मैं एक मराठी लड़की हूं। छत्रपति शिवाजी महाराज और बाला साहब ठाकरे को आदर्श मानते हुए बड़ी हुई हूं, किसी पर अन्याय करो मत और अपने ऊपर हो रहा अन्याय बिल्कुल सहन करो मत, ये दोनों ने सिखाया है, आज इसी सिखाये हुए पर चलते हुए मैं अकेले अपने ऊपर हो रहे हमलों के खिलाफ खड़ी हूं, लड़ रही हूं, मैं एक कलाकार हूं।
राजनीति नहीं समझती
उन्होने आगे लिखा, राजनीति मैं नहीं समझती, मुझे उसमें पड़ना भी नहीं है, हमारा कोई संबंध ना होते हुए भी रोज हमारी इज्जत लोगों के बीच में निकाली जा रही है, शिवाजी महाराज के राज्य में एक महिला की गरिमा के साथ खेल किया जा रहा है, उसका मजाक बनाया जा रहा है, आज अगर बाला साहब होते, तो उन्हें निश्चित रुप से ये पसंद नहीं आया होता, एक महिला पर अत्याचार और उसके परिवार पर हो रहे व्यक्तिगत हमले ये राजनीति का कितना नीच रुप है, ये हमेशा उनके विचारों से हम तक पहुंचा है, आज वो नहीं हैं, पर आप हैं, उनकी छाया उनकी प्रतिमा हम आपमें देखते हैं, आप हमारा नेतृत्व कर रहे हैं, हमें आप पर विश्वास है, आप कभी मुझ पर और मेरे परिवार पर अन्याय नहीं होने देंगे, इस बात का मुझे विश्वास है, मैं आज एक मराठी होने के नाते आपकी ओर न्याय की उम्मीद से देख रही हूं, आप न्याय करेंगे, ऐसी आपसे विनती है।
नवाब मलिक ने लगाये थे आरोप
उद्धव सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर आरोप लगाया है कि उन्होने अनुसूचित जाति के फर्जी सर्टिफिकेट के जरिये नौकरी पाई, उनके पिता दलित थे, जिन्होने मुस्लिम महिला से शादी की, उसी धर्म को फॉलो किया, नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े की पहली शादी का निकाहनामा भी पेश किया, जिसमें समीर का नाम समीर दाऊद वानखेड़े लिखा हुआ है, इसके साथ ही नवाब मलिक ने कहा कि शादी के बाद उनके पिता ने मुस्लिम धर्म अपनाया। जब कोई मुस्लिम या किसी अन्य धर्म में परिवर्तन करता है, तो उसकी पुरानी जाति से कोई लेना-देना नहीं रहता, लेकिन समीर ने आरक्षण का लाभ लिया, गरीब का हक मारा है।
पत्नी की सफाई
इन आरोपों पर समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडकर ने कहा था कि वो और उनके पति जन्म से हिंदू हैं, उनके ससुर दलित हिंदू हैं, उन्होने मुस्लिम महिला से शादी की, क्रांत ने ये भी कहा कि उनके पति ईमानदार हैं, झूठे नहीं हैं, उनके काम करने की शैली से कुछ लोगों को समस्या होती है, उनके पति ने कभी धर्म परिवर्तन नहीं किया।