ऐसे बयान से पहले गांजा पीती है, कंगना रनौत पर भड़के नवाब मलिक, कही ऐसी बात

कंगना रनौत के देश की आजादी भीख में मिलने वाले बयान पर उद्धव सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने कहा, कि हम उनके इस बयान की कठोर निंदा करते हैं, कंगना रनौत ने स्वाधीनता सेनानियों का अपमान किया है।

New Delhi, Nov 13 : आजादी को लेकर दिये गये विवादित बयान की वजह से एक्ट्रेस कंगना रनौत चौतरफा आलोचनाओं का शिकार हो रही है, अब एनसीपी नेता तथा महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने भी कंगना के आजादी वाले बयान को लेकर हमला बोला है, उन्होने कहा कि ऐसे बयान से पहले वो गांजा पीती है, साथ ही उन्होने कहा कि उनसे पद्मश्री वापस ले लेना चाहिये।

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गिरफ्तार करना चाहिये
शुक्रवार को कंगना रनौत के देश की आजादी भीख में मिलने वाले बयान पर उद्धव सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने कहा, कि हम उनके इस बयान की कठोर निंदा करते हैं, कंगना रनौत ने स्वाधीनता सेनानियों का अपमान किया है, kangna केन्द्र सरकार को कंगना से पद्मश्री वापस ले लेना चाहिये और उनको गिरफ्तार करना चाहिये।

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उल-जलूल बातें
नवाब मलिक ने आगे कहा, लगता है कि मोहतरमा मलाणा क्रीम (हिमाचल में उगने वाली खास तरह की हशीश) लेकर ज्यादा बोल रही हैं, मलाणा क्रीम का डोज ज्यादा हो गया है, इसलिये उल-जलूल बातें कर रही हैं, नवाब मलिक के साथ ही कई पार्टियों के नेता भी कंगना के इस बयान को लेकर उनकी आलोचना कर चुके हैं, आप ने भी मुंबई पुलिस से शिकायत कर मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।

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पद्मश्री सम्मान
आपको बता दें कि हाल ही में पद्म पुरस्कार से सम्मानित की गई कंगना रनौत ने पिछले दिनों एक टीवी चैनल पर आयोजित कार्यक्रम में रानी लक्ष्मीबाई समेत कई स्वतंत्रता सेनानियों का नाम लेते हुए कहा था कि ये लोग जानते थे कि खून बहेगा, Kangana Ranaut Latest Photoshoot (2) लेकिन ये हिंदुस्तानी खून नहीं होगा, वो आजादी नहीं थी, बल्कि भीख थी, जो आजादी मिली है, वो 2014 में मिली है। कंगना के इस बयान के बाद बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने भी आपत्ति जताई थी, वरुण ने ट्वीट करते हुए लिखा था, कि कभी महात्मा गांधी जी के त्याग और तपस्या का अपमान, कभी उनके हत्यारे का सम्मान और अब शहीद मंगल पांडे से लेकर रानी लक्ष्मीबाई, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, नेताजी सुभाष चंद्र बोस और लाखों स्वतंत्रता सेनानियों की कुर्बानियों का तिरस्कार, इस सोच को मैं पागलपन कहूं या फिर देशद्रोह।