‘बिहार में मुस्लिम बने डिप्टी सीएम’, विधायक ने की बड़ी मांग, हमको भी हिस्सेदारी

विधायक अख्तरुल इमान ने कहा कि एआईएमआईएम ने मुस्लिम को डिप्टी सीएम बनाने की हुकूमत से मांग की है, पूर्व में भी दो डिप्टी सीएम बिहार में थे, अल्पसंख्यक समाज से डिप्टी सीएम बनाना चाहिये।

New Delhi, Aug 14 : बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी जदयू और राजद की गठबंधन की सरकार बन चुकी है, नीतीश 8वीं बार सीएम बने हैं, इस बीच असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल इमान ने बिहार का डिप्टी सीएम किसी मुस्लिम को बनाने की मांग की है, इतना ही नहीं उन्होने ये भी कहा कि कम से कम दो मंत्रालय मुस्लिम समुदाय के लोगों को देने चाहिये, एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल इमान ने जदयू और राजद पर कई आरोप लगाये, और कहा कि दोनों की कथनी और करनी में फर्क है।

Advertisement

आबादी के हिसाब से मिले हिस्सेदारी
एआईएमआईएम के विधायक अख्तरुल इमान ने कहा कि जिसकी जितनी आबादी उतनी उसकी हिस्सेदारी होनी चाहिये, नौकरी में हिस्सेदारी मिलनी चाहिये, इसके अलावा 2 मंत्रालय मुस्लिमों को मिलने चाहिये, Muslim1 यही हमारी लड़ाई है, अगर हमारी बातों को नहीं माना जाता है, तो मुस्लिम अल्पसंख्यकों के जो हितैषी बन रहे हैं, उनकी कथनी और करनी में फर्क दिखाई देगा।

Advertisement

विधायक ने रखी ये मांग
विधायक अख्तरुल इमान ने कहा कि एआईएमआईएम ने मुस्लिम को डिप्टी सीएम बनाने की हुकूमत से मांग की है, पूर्व में भी दो डिप्टी सीएम बिहार में थे, अल्पसंख्यक समाज से डिप्टी सीएम बनाना चाहिये, अन्य राज्यों में भी दो से ज्यादा डिप्टी सीएम हैं, हमारे लोगों को हमसे छीना गया, हमारे घरों को उजाड़ा गया, हमारी लड़ाई ही शुरु से है।

Advertisement

ओवैसी के 4 विधायक हो चुके हैं राजद में शामिल
आपको बता दें कि अख्तरुल इमान एआईएमआईएम पार्टी के इकलौते विधायक बिहार हैं, वो पार्टी के बिहार प्रदेश के अध्यक्ष भी हैं, विधानसभा चुनाव 2020 में ओवैसी के 5 विधायक जीते थे, लेकिन 5 में से 4 विधायक लालू की पार्टी में शामिल हो गये, Asad Owaisi अख्तरुल इमान बिहार में ओवैसी की पार्टी के इकलौते विधायक बचे हैं, आपको बता दें कि बिहार में मुस्लिम समुदाय की अच्छी आबादी है, एआईएमआईएम विधायक अख्तरुल इमान ने किसी मुस्लिम को डिप्टी सीएम बनाने की मांग रखकर एक तरह से राजद तथा जदयू को चुनौती दी है कि वो अगर मुस्लिमों के हितैषी हैं, तो उनको सरकार में हिस्सेदारी दें।