टक्कर होते ही पलट गई बोगियां, प्रत्यक्षदर्शी ने सुनाया दर्दनाक किस्सा
सुपरफास्ट एक्सप्रेस कोरोमंडल एक्सप्रेस तमिलनाडु के चेन्नई से पश्चिम बंगाल के शालीमार स्टेशन की ओर जा रही थी, ये हादसा शाम करीब 7.20 बजे बाहानगा बाजार स्टेशन पर हुआ।
New Delhi, Jun 03 : ओडिशा ट्रेन हादसे में बचे लोगों की ओर से घटना के बारे में दिल दहला देने वाली कहानियां सामने आ रही है, लोग अपनों को खोकर बेसुध और अवाक हैं, घटना के प्रत्यक्षदर्शियों की कई दर्दनाक कहानियां सामने आ रही है, जिन्हें सुनकर हर कोई कांप उठेगा, बालासोर में बहनागा स्टेशन के पास कोरोमंडल एक्सप्रेस तथा मालगाड़ी आपस में टकरा गई, हादसे में अब तक 233 लोगों की मौत हो चुकी है, साथ ही 900 से ज्यादा घायल है, ये आंकड़ा बढता ही जा रहा है।
शाम 7.20 पर एक्सीडेंट
सुपरफास्ट एक्सप्रेस कोरोमंडल एक्सप्रेस तमिलनाडु के चेन्नई से पश्चिम बंगाल के शालीमार स्टेशन की ओर जा रही थी, ये हादसा शाम करीब 7.20 बजे बाहानगा बाजार स्टेशन पर हुआ, टक्कर इतनी जोरदार थी कि कोरोमंडल एक्सप्रेस पटरी से उतर गई, ट्रेन के कई डिब्बे मालगाड़ी पर चढ गये।
रेलवे का बयान
भारतीय रेलवे ने अपने बयान में कहा कि ट्रेन नंबर 12841 चेन्नई सेंट्रल से शालीमार जा रही थी, 2 जून दोपहर 3.30 बजे शालीमार के लिये रवाना हुई थी, शाम 8.30 बजे खड़गपुर डिवीजन में आने वाले बहनागा बाजार रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गई। रिपोर्ट के अनुसार हावड़ा जा रही बंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे बाहानगा में पटरी से उतर गये, दूसरी पटरी पर जा गिरे, पटरी से उतरे ये डिब्बे शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गये, इसके डिब्बे भी पलट गये।
दर्दनाक कहानी
ओडिशा ट्रेन हादसे में बचे लोगों की ओर से घटना के बारे में दिल दहला देने वाली कहानियां सामने आ रही है, लोग अपनों को खोकर बेसुध तथा अवाक हैं, घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने कई दर्दनाक कहानियां बताई है, कोरोमंडल एक्सप्रेस से चेन्नई जा रहे एक यात्री ने बताया कि हम लोग एस-5 बोगी में सवार थे, घटना के समय मैं अपनी सीट पर सोया हुआ था, अचानक जोर का झटका लगा, बोगी पलट गई, बाद में मैंने देखा कि किसी का सिर नहीं था, तो किसी का हाथ और पैर कट चुका था।