फिर विवाद में फंसे सिद्धू, पति के मंत्री होने का गलत फायदा उठा रही उनकी पत्नी

विपक्ष ने नवजोत सिंह सिद्धू पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वो खुद कॉमेडी शो और क्रिकेट कमेंट्री में बिजी रहते हैं, जबकि उनकी पत्नी ही सारा ऑफिस का काम संभालती हैं।

New Delhi, Jun 27 : क्रिकेटर से पॉलिटिशन बनें पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू फिर से एक बार विवादों में हैं। दरअसल इस बार सिद्धू की पत्नी की वजह से विवाद हो गया है। आपको बता दें कि पिछले दिनों नवजोत सिंह सिद्धू ने एक सरकार अधिकारी को बर्खास्त कर दिया था, लेकिन अब उनकी पत्नी नवजोत कौर ने इस आदेश पर रोक लगाने के लिये संबंधित अधिकारी को लेचर सौंप दिया है, जिस पर विवाद हो रहा है। ऐसा तब है जब सिद्धू की मिसेज नवजोत कौर पंजाब सरकार में किसी भी पद पर नहीं हैं।

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सिद्धू ने किया था बर्खास्त
आपको बता दें कि पिछले साल 2017 में नवजोत सिंह सिद्धू ने नगर निगम की पूरी जांच के बाद सरकारी अधिकारी को व्यक्तिगत रुप से बर्खास्त कर दिया था। अधिकारी पर लापरवाही के आरोप थे। अब इसी अधिकारी को बर्खास्तगी को रोकने के लिये उनकी पत्नी ने लेटर जारी किया है, जिस पर विवाद हो रहा है।

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विपक्ष ने लगाये आरोप
मामले में विपक्ष ने मंत्री के ऑफिस पर उनकी पत्नी का शासन होने का आरोप लगाया है। साथ ही विपक्ष ने ये भी पूछा है कि क्या मंत्री की पत्नी होने का गलत फायदा उठा रही हैं नवजोत कौर, विपक्ष ने तंज भरे लहजे में सरकार से पूछा है कि आखिर किस अधिकार से नवजोत कौर ने सरकारी अधिकारी को लेटर सौंपा। मंत्री ने पद और गोपनीयता की शपथ ली है, जबकि उनका काम उनकी पत्नी संभाल रही हैं।

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विपक्ष ने किये कटाक्ष
इसके साथ ही विपक्ष ने नवजोत सिंह सिद्धू पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वो खुद कॉमेडी शो और क्रिकेट कमेंट्री में बिजी रहते हैं, जबकि उनकी पत्नी ही सारा ऑफिस का काम संभालती हैं। विपक्ष ने कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार से पूछा कि आखिर उनके पास पद क्या है, जो वो बिना इजाजत के लेटर जारी कर देती है।

नवजोत कौर ने दी सफाई
एक न्यूज चैनल ने नवजोत सिंह सिद्धू के आवास पर पहुंचकर मामले में उनका पक्ष लेने की कोशिश की, तो उन्हें बताया गया कि फिलहाल वो आराम कर रहे हैं, वो किसी भी तरह की बातचीत के लिये उपस्थित नहीं हो सकते। हालांकि कुछ देर बाद उनकी पत्नी नवजोत कौर सामने आई, उन्होने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उन्होने मंत्री के ऑफिस की फाइलों के साथ कोई छेड़छाड़ नहीं की है।

पब्लिक सर्वेंट होने के नाते ऑफिस पहुंची
नवजोत कौर ने विपक्ष के हमलों का जवाब देते हुए कही कि वो सरकार और राजनीतिक लोगों के बीच सुलह कराने के लिये पब्लिक सर्वेंट होने के नाते ऑफिस पहुंची थी। हर समय, हर शख्स से मंत्री का मिलना मुमकिन नहीं हो पाता है, क्योंकि हर रोज उनसे 200 से 300 लोग मुलाकात करते हैं। उनके पास कोई काम नहीं था, इसी वजह से वो दो दिन के लिये यहां आई थी।

बीजेपी छोड़ कांग्रेस में शामिल
आपको बता दें कि नवजोत कौर पिछली विधानसभा में बीजेपी विधायक थीं और अकाली सरकार में उन्हें स्वास्थ्य मंत्रालय का जिम्मा मिला था। सिद्धू भी बीजेपी से तीन बार सांसद रह चुके हैं। लेकिन कुछ मतभेदों के बाद उन्होने बीजेपी छोड़ दिया और विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस में शामिल हो गये।