महागठबंधन में सीटों का फॉर्मूला तैयार, ऐसे बीजेपी की राह हो सकती है आसान

यूपी एनडीए में शामिल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओ पी राजभर भी महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं।

New Delhi, Dec 19 : आगामी लोकसभा चुनावों में बीजेपी को घेरने के लिये रणनीति बननी शुरु हो गई है, सूत्रों का दावा है कि यूपी की 80 लोकसभा सीटों में सबसे ज्यादा बसपा को मिलेगा, फॉर्मूले के अनुसार बीएसपी-37, सपा 36 और बाकी 05 सीटें छोटी पार्टियों को दी जाएगी। यूपी में महागठबंधन 80 में से 78 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारने पर विचार कर रही है, जबकि दो सीट कांग्रेस के राहुल गांधी और सोनिया गांधी के लिये छोड़ रहे हैं।

Advertisement

ओ पी राजभर भी जा सकते हैं महागठबंधन में
यूपी एनडीए में शामिल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओ पी राजभर भी महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं, सूत्रों के अनुसार सपा-बसपा यूपी में 1 सीट इस पार्टी को दे सकती है, देवरिया जिले के सलेमपुर लोकसभा सीट भासपा का दी जा सकती है। मालूम हो कि राजभर भले योगी सरकार में शामिल हों, इसके बावजूद वो कई मौकों पर बीजेपी और योगी सरकार के खिलाफ बयानबाजी कर चुके हैं।

Advertisement

अखिलेश और मायावती भी लड़ेंगे चुनाव
बीजेपी को रोकने के लिये खुद अखिलेश यादव और मायावती भी लोकसभा चुनाव लड़ेगे, मालूम हो कि मायावती फिलहाल किसी सदन की सदस्य नहीं है, कहा जा रहा है कि पश्चिमी यूपी के किसी सीट से वो चुनावी मैदान में उतर सकती है, साथ ही मुजफ्फरनगर, बागपत और अमरोहा रालोद के खाते में जा सकती है, खुद अखिलेश यादव कन्नौज से चुनाव लड़ेंगे, फिलहाल इस सीट से उनकी पत्नी डिंपल यादव सांसद हैं।

Advertisement

कांग्रेस को किया किनारे
कांग्रेस को यूपी में सपा-बसपा ने किनारे कर दिया है, दरअसल इसके पीछे वजह ये बताई जा रही है कि कांग्रेस राहुल गांधी को पहले से ही पीएम कैंडिडेट के तौर पर पेश कर रही है, जबकि अखिलेश-मायावती को राहुल पीएम उम्मीदवार के रुप में कबूल नहीं हैं, इसके साथ ही एमपी, छत्तीसगढ और राजस्थान में बसपा को कांग्रेस ने सीटें नहीं दी थी, जिसकी वजह से मायावती नाराज हो गई थी।

बीजेपी के आसान
यूपी में कांग्रेस का संगठन बेहद कमजोर हो चुका है, सपा-बसपा का मानना है कि यूपी में जो भी सीटें कांग्रेस को दी जाएगी, बीजेपी के लिये उस पर लड़ाई आसान हो जाएगी, अगर पूरे यूपी में देखा जाए, तो कांग्रेस के पास 10 से ज्यादा जिताऊ उम्मीदवार भी नहीं हैं, यूपी में 20 मुस्लिम, 21 दलित, 8 यादव, 5 कुर्मी, 11 ब्राह्मण, 6 ठाकुर और 25 फीसदी ओबीसी वोटबैंक है, साथ ही यूपी में कांग्रेस के पास कोई चेहरा नहीं है। जिन्हें आगे कर चुनाव लड़ा जाए।