बंगाल मामले पर कोर्ट के फैसले के बाद कुमार विश्वास की एंट्री, ‘नाराज’ हो सकती है दीदी
कवि कुमार विश्वास ने कोर्ट के फैसले के बाद तंज भरे लहजे में कहा कि सुप्रीम कोर्ट भी आजकल वेद की ऋचाओं जैसे फ़ैसले सुनाता है।
New Delhi, Feb 05 : पश्चिम बंगाल में पिछले 48 घंटे से हाईवोल्टेज सियासी ड्रामा मचा हुआ है, अब इस पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुना दिया है, जिसके बाद उम्मीद की जा रही है कि इस पॉलिटिक्ल ड्रामे का अंत होगा, सीएम ममता बनर्जी ने कोर्ट के फैसले पर कहा कि ये उनकी जीत नहीं बल्कि देश की जनता की जीत है, ये उनके लिये मॉरल विक्ट्री है। अब ममता के इस बयान के बाद प्रतिक्रियाओं का दौर शुरु हो चुका है।
कुमार विश्वास का तंज
आम आदमी पार्टी नेता और कवि कुमार विश्वास ने कोर्ट के फैसले के बाद तंज भरे लहजे में कहा कि सुप्रीम कोर्ट भी आजकल वेद की ऋचाओं जैसे फ़ैसले सुनाता है, जिसकी जीत-भरी व्याख्या, हर “गुरुकुल-कुरुकुल” अपनी-अपनी सुविधानुसार कर लेता है। आपको बता दें कि अरविंद केजरीवाल ममता के समर्थन में उनके साथ खड़े हैं, जबकि कुमार अपनी ही पार्टी में साइडलाइन हैं।
कोर्ट का फैसला
सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल के मामले पर फैसला सुनाते हुए कहा कि कोलकाता पुलिस कमिश्नर को जांच में सहयोग करना चाहिये, उन्हें सीबीआई के सामने पेश होना चाहिये, बंगाल सरकार के वकील ने जब कहा कि जांच एजेंसी राजीव कुमार को गिरफ्तार करना चाहती है, तो कोर्ट ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि फिलहाल सीबीआई राजीव कुमार को गिरफ्तार नहीं कर सकती।
धरने पर बैठी थी ममता बनर्जी
आपको बता दें कि सीबीआई की कार्रवाई के खिलाफ पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी धरने पर बैठ गई थी, जिसके बाद सीबीआई की टीम सुप्रीम कोर्ट पहुंची और कोर्ट की अवमानना का आरोप लगाते हुए सुनवाई की अपील की, जिस पर कोर्ट ने कहा कि राजीव कुमार के जांच में सहयोग ना करने की कोई कारण नहीं है, इसलिये वो जांच एजेंसी के सामने पेश हो।
शारदा चिट फंड घोटाला
मालूम हो कि मामले की जड़ शारदा चिट फंड घोटाला है, इस घोटाले की जांच के लिये बंगाल सरकार ने एसआईटी का गठन किया था, जिसकी अगुवाई राजीव कुमार ने किया था, फिर बाद में सुप्रीम कोर्ट ने मामले में सीबीआई जांच के आदेश दे दिये, सीबीआई को मामले में कई पेपर मिसिंग मिले, इसीलिये जांच एजेंसी उनसे पूछताछ करने उनके घर पहुंची थी, लेकिन सहयोग करने के बजाय उल्टा सीबीआई के अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया, हालांकि कुछ देर बाद उन्हें रिहा भी कर दिया गया।