बड़ी खबर- अमेरिका में इमरजेंसी लागू, डोनल्ड ट्रंप ने तत्काल प्रभाव से जारी किया आदेश

अमेरिका के इस कदम के बाद चीनी कंपनी ह्यूवेई और उससे जुड़ी कंपनियों का अमेरिकी कंपनियों के साथ बिजनेस करना कठिन हो जाएगा।

New Delhi, May 16 : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने अमेरिका में कंप्यूटरों को विदेशी साइबर हमलों से बचाने के लिये नेशनल इमरजेंसी घोषित कर दिया है, व्हाइट हाउस के मुताबिक ट्रंप प्रशासन ने इस बारे में एक कार्यकारी आदेश जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि  वाणिज्य मंत्री विल्बर रोस ने देश के शीर्ष अधिकारियों के बात बैठक सकी, जिसमें फैसला लिया गया है कि किसी भी तरह के अदान-प्रदान पर फिलहाल रोक लगे, जिसमें सूचनाओं या संचार तकनीक का इस्तेमाल होता हो, अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को किसी भी तरह के खतरे से बचाने के लिये ये कदम उठाया गया है।

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विदेशी टेलीकॉम के इस्तेमाल पर रोक
डोनल्ड ट्रंप प्रशासन की ओर से जारी आदेश के मुताबिक अमेरिकी कंपनियों को विदेशी टेलीकॉम सेवाओं का इस्तेमाल करने से रोक दिया गया है, आदेश में कहा गया है कि इन विदेशी टेलीकॉम सेवाओं से राष्ट्रीय सुरक्षा को बड़ा खतरा है, हालांकि प्रशासन ने किसी भी खास कंपनी का नाम नहीं लिया है, लेकिन माना जा रहा है कि ट्रंप प्रशासन ने चीन की दिग्गज टेलीकॉम कंपनी ह्यूवेई को लेकर ये कदम उठाया है।

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बिजनेस करना कठिन
अमेरिका के इस कदम के बाद चीनी कंपनी ह्यूवेई और उससे जुड़ी कंपनियों का अमेरिकी कंपनियों के साथ बिजनेस करना कठिन हो जाएगा, इस आदेश का मतलब ये भी है कि अमेरिकी की कोई भी कंपनी ब्यूरो ऑफ इंडस्ट्री एंड सिक्योरिटी द्वारा जारी लाइसेंस के बिना ह्यूवेई को तकनीक ट्रांसफर नहीं करेगी, चीनी कंपनी के लिये अमेरिका में बिजनेस करना काफी कठिन हो जाएगा, क्योंकि चीन की ये कंपनी कई पुर्जो के लिये अमेरिकी सप्लायर पर निर्भर करती है।

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जासूसी के लिये इस्तेमाल
आपको बता दें कि लंबे समय से आशंका जाहिर की जा रही थी कि ह्यूवेई के उत्पादों का इस्तेमाल चीन जासूसी के लिये कर सकता है, हालांकि टेलीकॉम के पुर्जे बनाने वाली दुनिया की सबसे बड़ी कंपनी ने इन आशंकाओंलको बेबुनियाद कहा था, कंपनी ने दावा किया था कि उसके काम से किसी को भी कोई नुकसान नहीं होगा, ना ही पुर्जो के इस्तेमाल से जासूसी का कोई जोखिम है।

विदेशी दुश्मनों से बचाना
दूसरी ओर व्हाइट हाउस द्वारा जारी बयान में साफ कहा गया है कि डोनल्ड ट्रंप के आदेश का मकसद अमेरिका को विदेशी दुश्मनों से बचाना है, ये ऐसे दुश्मन हैं, जो लगातार सूचना और संचार तकनीक और सेवाओं के उपयोग से अतिसंवेदनशील बने हुए हैं।