नीतीश कुमार की पार्टी ने अकेले विधानसभा चुनाव लड़ने का किया ऐलान, बीजेपी नहीं दे रही खास भाव
बिहार की राजनीति को समझने वाले लोग दावा कर रहे हैं कि नीतीश बीजेपी पर दबाव बनाने के लिये तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं।
New Delhi, Jun 06 : बिहार में जदयू-बीजेपी और लोजपा गठबंधन ने लोकसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया, हालांकि चुनाव परिणाम के बाद नीतीश कुमार नाराज हो गये, उनकी पार्टी मोदी सरकार में भी शामिल नहीं हुई, इतना ही नहीं बिहार की राजनीति को समझने वाले लोग दावा कर रहे हैं कि नीतीश बीजेपी पर दबाव बनाने के लिये तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं, अब नीतीश के नये ऐलान से सियासी पारा उफान मारने लगा है।
अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान
जी हां, जदयू ने बीजेपी से अलग चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, हालांकि ये बिहार नहीं बल्कि पड़ोसी राज्य झारखंड का मामला है, झारखंड में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं, एनडीए गठबंधन के प्रमुख पार्टनर जदयू ने पहले ही ऐलान कर दिया है कि झारखंड की सभी विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे।
जदयू का बड़ा ऐलान
जदयू झारखंड प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने जमशेदपुर में कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में इस बात का ऐलान किया, उन्होने कहा कि जदयू ना सिर्फ अकेले झारखंड में चुनाव लड़ेगी, बल्कि जीतकर प्रदेश में सरकार भी बनाएगी। आपको बता दें कि झारखंड में जदयू का कोई खास आधार नहीं है, फिलहाल प्रदेश में बीजेपी की सरकार है और रघुबर दास मुख्यमंत्री हैं।
आजसू के साथ गठबंधन
झारखंड में बीजेपी का गठबंधन आजसू के साथ है, लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने एक सीट आजसू को दिया था, माना जा रहा है कि विधानसभा चुनाव में भी ये गठबंधन जारी रहेगा, 2014 विधानसभा चुनाव में 81 सीटों में से बीजेपी ने 37 सीटें हासिल की थी, फिर आजसू के साथ मिलकर सरकार बनाई थी, बाद में झारखंड विकास मोर्चा के 8 में से 6 विधायक बीजेपी में शामिल हो गये, जिसकी वजह से बीजेपी के 43 विधायक हो गये।
देशभर में लड़ती है जदयू
आपको बता दें कि जदयू का बिहार में बीजेपी के साथ गठबंधन है, इसके अलावा दूसरे प्रदेशों में पार्टी अकेले ही चुनाव मैदान में उतरती है, हालांकि बिहार से बाहर इस राजनीतिक दल का कोई खास आधार नहीं है, नीतीश कुमार की पार्टी कई राज्यों में चुनाव लड़कर अपनी जमानत जब्त करवा चुकी है।