गुजरात में कैसे बचेगी कांग्रेस की साख, अपने ही विधायकों को किया कैद !
कांग्रेस के लिए अहमद पटेल की जीत अब प्रतिष्ठा का प्रशन बन गई है। गुजरात में कांग्रेस के विधायकों की भगदड़ के बीच अमित शाह का नया प्लान तैयार है।
कांग्रेस लगातार फिसलन भरी राहों पर चल रही है। इतिहास की गलतियों से सबक ना लेना और फैसला लेने में देरी करना कांग्रेस के लिए घातक साबित होता दिख रहा है। 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद से कांग्रेस के पतन का सिलिसला गुजरात तक आ पहुंचा है। राज्य में कांग्रेस के विधायकों में मची भगदड़ को देखते हुए पार्टी आलाकमान की नींद उड़ गई है। पार्टी से अब तक 6 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। बताया जा रहा है कि और भी विधायक इस्तीफा दे सकते हैं। इसको देखते हुए अब कांग्रेस ने अपने ही विधायकों को कैद कर लिया है।
कांग्रेस के सामने राज्य में अपनी साख बचाने की चुनौती है। कांग्रेस विधायकों के पार्टी छोड़ने के कारणों की पड़ताल करने के बजाय बीजेपी पर आरोप लगा रही है। उसे शायद इस बात का इल्म नहीं है कि पार्टी के अंदर कितनी नाराजगी है। बीजेपी का रोल बहस का मुद्दा हो सकता है। लेकिन पहले अपना घर देखना चाहिए। अब कांग्रेस जागी है और उसने अपने 44 विधायकों को बैंगलोर भेज दिया है। कांग्रेस अपने विधायकों को चेतावनी भी दे रही है कि अगर वो पार्टी छोड़ते हैं तो उन पर दल बदल कानून लग सकता है।
विधायकों को बैंगलोर भेजने का आइडिया अहमद पटेल का बताया जा रहा है। जो गुजरात से ही राज्यसभा का चुनाव लड़ रहे हैं। अगर कांग्रेस के विधायक इसी रफ्तार से इस्तीफा देते रहे तो अहमद पटेल के लिए मुश्किल खड़ी हो जाएगी। 8 अगस्त को चुनाव होने वाला है। कांग्रेस को पहले से क्रॉस वोटिंग का खतरा सता रहा है। दरअसल अहमद पटेल सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार हैं। उनकी हार का राष्ट्रीय राजनीति पर गहरा असर पड़ेगा। बीजेपी ने अहमद पटेल के खिलाफ कांग्रेस के बागी विधायक बलवंत सिंह राजपूत को खड़ा किया है।
7 विधायकों के इस्तीफे के बाद अब कांग्रेस के पास राज्य में 50 विधायक बचे हैं। अहमद पटेल को जीत के लिए 47 विधायकों के समर्थन की जरूरत है। इसी के साथ जिस तरह से इस्तीफा कांग्रेस के विधायक दे रहे हैं उस से जीत का अंतर भी कम होता जा रहा है। बीजेपी इसी रणनीति पर काम कर रही है। बताया जा रहा है कि ये अहमद पटेल और अमित शाह के आपसी टकराव कीगुजरात कांग्रेस बीजेपी लड़ाई है। अमित शाह किसी भी कीमत पर अहमद पटेल को इस बार जीतने नहीं देना चाहते हैं। कांग्रेस के 50 विधायकों में से कई शंकर सिंह वाघेला के गुट के माने जाते हैं। वो चुनाव के समय क्रॉस वोटिंग करके अहमद पटेल को हरा सकते हैं