शिवसेना सोती रह गई, बीजेपी ने बना ली सरकार, आया प्रधानमंत्री का बड़ा ट्वीट
महाराष्ट्र में नई सुबह का आगाज का नई सरकार के शपथग्रहण के साथ हुआ है । फड़नवीस मुख्यमंत्री तो अजित पंवार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है ।
New Delhi, Nov 23: महाराष्ट्र में शुक्रवार देर शाम तक तीन दलों की सरकार बनाने की चर्चा तेज थी, शिवसेना के उद्धव ठाकरे का नाम भी मुख्यमंत्री पद के लिए फाइनल हो गया था, लेकिन सुबह- सुबह ही बीजेपी ने खेल कर दिया । बीजेपी ने अजित पवार के साथ मिलकर ना सिर्फ सरकार बना ली बल्कि अल सुबह ही शपथग्रहण तक हो गया । देवेन्द्र फड़नवीस मुख्यमंत्री तो वहीं अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है ।
प्रधानमंत्री ने दी बधाई
महाराष्ट्र में बीजेपी-एनसीपी की सरकार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बधाई भी दे दी । पीएम ने कहा – देवेंद्र फडणवीस जी और अजित पवार जी को क्रमशः मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने पर बधाई । मुझे विश्वास है कि वे महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए लगन से काम करेंगे । प्रधानमंत्री ने राज्य में नई सरकार को जोश और लगन के साथ राज्य में काम करने की शुभकामनाएं दी हैं ।
Congratulations to @Dev_Fadnavis Ji and @AjitPawarSpeaks Ji on taking oath as the CM and Deputy CM of Maharashtra respectively. I am confident they will work diligently for the bright future of Maharashtra.
— Narendra Modi (@narendramodi) November 23, 2019
शुक्रवार को हुई थी शिवसेना-कांग्रेस और एनसीपी की बैठक
शुक्रवार को ही तीनों पार्टियों के बीच बैठक हुई थी, जिसमें शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने पर आम सहमति बनी । हालांकि खबरें अब भी ऐसी आ रही थीं कि कांग्रेस असमंजस में है । बताया गया कि कांग्रेस ने अपना दावा स्पीकर पद पर ठोका है, जिसे लेकर एनसीपी सहज नहीं थी । ठबंधन में सबसे कम सीट लाने वाली कांग्रेस सरकार में अहम पद चाहती थी ।
Devendra Fadnavis took oath as Maharashtra Chief Minister again,NCP's Ajit Pawar took oath as Deputy CM,oath was administered by Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari at Raj Bhawan pic.twitter.com/KrejSTXTBd
— ANI (@ANI) November 23, 2019
कांग्रेस नहीं थी श्योर
बीजेपी शिवसेना एनसीपी सरकार में मतभेद के पीछे कांग्रेस की हां ना वजह रही । गठबंधन टूटने के बाद से ही कांग्रेस अपना हर कदम फूंक-फूंककर रख रही है । सूत्रों के मुतबिक सोनिया गांधी पहले गठबंधन के पक्ष में नहीं थीं, लेकिन एनसीपी और विधायकों के दवाब में उन्होंने सरकार को समर्थन करने का फैसला लिया । जिसमें उन्होने काफी वक्त लिया । शरद पवार से लगातार बातचीत और मुलाकात के बाद कांग्रेस शुक्रवार को इस नतीजे पर पहुंची । लेकिन अजित पवार ने आज सुबह बीजेपी के साथ सरकार बना ली और अन्य दलों के मंसूबों पर पानी फिर गया ।