आज CM से भी भिड़ जाती है ये ‘लेडी सिंघम’, कभी ससुर के कारण नौकरी तक मिलनी थी मुश्किल
जानिए एक ऐसी महिला पुलिस अधिकारी के बारे में जिन्होने हाल ही में सीएम को कटघरे में ला दिया । इस निडर पुलिस अफसर का नाम है थोउनाओजम बृंदा ।
New Delhi, Jul 25: पुलिस विभाग में ऐसे कई अधिकारी हैं जो पूरे विभाग के लिए प्रेरणा है, इनके काम के तरीके से बदमाश थर्राते हैं । पुरुषों के साथ-साथ कई महिला अधिकारी भी हैं, जिनकी मिसाल विभाग में दी जाती है । ऐसा ही एक नाम मणिपुर पुलिस सेवा में कार्यरत महिला पुलिस अधिकारी का है, इन्हें लेडी सिंघम नाम यूं ही नहीं दिया गया है । थोउनाओजम बृंदा के बारे में आगे जानिए कुछ रोचक बातें ।
ड्रग तस्करों की नाक में किया दम
थोउनाओजम बृंदा को काम करने के तरीके के कारण सोशल मीडिया पर लेडी सिंघम के नाम से पुकारा जाता है । बृंदा ने क्षेत्र में ड्रग्स तस्करों के खिलाफ ऐसा मिशन चलाया कि उनके नेटवर्क की कमर ही टूट गई । बृंदा इतनी निडर अफसर हैं कि हाल ही में उन्होने अपने काम में दखल देने के आरोप लगाते हुए राज्य के सीएम को भी नहीं बख्शा ।
शादीशुदा और दो बच्चों की मां हैं बृंदा
थोउनाओजम बृंदा ने शादी औऱ दो बच्चों के पैदा होने के बाद मणिपुर पब्लिक सर्विस कमिशन की परीक्षा पास की थी। उनके लिए ये किसी अचीवमेंट से कम नहीं, साथ ही वो अपने जैसी कई महिलाओं के लिए भी प्रेरणा से कम नहीं । लेकिन बृंदा को नौकरी लगने में बहुत दिक्कत हुई । अच्छी रैंक आने के बावजूद पुलिस विभाग उनका पद देने से हिचकिचाता रहा ।
ससुर के कारण नहीं मिल रही थी नौकरी
एमपीएस की परीक्षा में अच्छी रैंक आने के बाद भी बृंदा को नौकरी नहीं मिल रही थी। दरअसल इसके पीछे कारण बनाया गया उनके ससुर को। जानकारी के अनुसार बृंदा के ससुर एक प्रतिबंधित नक्सली संगठन से जुड़े हुए हैं औऱ फिलहाल जेल में बंद हैं । लेकिन बृंदा ने हार नहीं मानी, सर्विस कमिशन ने जब नज्ञैकरी नहीं तो उन्होने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और कामयाबी भी पाई।
सीएम पर आरोप
थोउनाओजम बृंदा वर्तमान में नार्कोटिक्स एंड अफेयर ऑफ बॉर्डर ब्यूरो में तैनात हैं । इस पद पर रहते हुए उन्होंने ड्रग्स कारोबारियों की नाक में दम कर रखा है । कुछ समय पहले ही बृंदा ने 28 करोड़ से ज्यादा की कीमत के ड्रग्स के साथ एक अपराधी को पकड़ा । हालांकि बृंदा इस वजह से चर्चा में आ गईं कि ड्रग्स अपराधी को छुड़ाने के लिए बीजेपी नेता और राज्य के सीएम एन बीरेंन सिंह उनपर दबाव बना रहे हैं ।