यूपी से हैं जम्मू-कश्मीर के नए उप राज्यपाल मनोज सिन्हा, BHU में छात्र नेता से LG बनने तक का सफ़र

मनोज सिन्‍हा ने लोकसभा चुनाव 2019 में गाजीपुर सीट से मुख्तार अंसारी के भाई अफजल अंसारी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्‍हें हार मिली । मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वह रेल राज्‍यमंत्री थे ।

New Delhi, Aug 06: जम्‍मू कश्‍मीर के नए उप राज्‍यपाल के रूप में पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता मनोज सिन्हा को नियुक्त किया गया है । उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के मनोज सिन्हा मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में रेल राज्य मंत्री रह चुके हैं । हालांकि, पिछले लोकसभा चुनाव में उन्‍हें गाजीपुर सीट से मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी । मनोज सिन्‍हा ने बीएचयू आईआईटी से सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक और एमटेक किया है ।

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छात्र जीवन से राजनीति में झुकाव
1 जुलाई 1959 में उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के मोहनपुरा में जन्‍मे मनोज सिन्‍हा ने गाजीपुर से ही अपनी स्कूली शिक्षा प्राप्‍त की । इसके बाद बीएचयू स्थित आईआईटी से उन्‍होने सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया । इसके बाद एमटेक । मनोज सिन्‍हा का झुकाव बचपन से राजनीति की ओर रहा है, बीएचयू से ये सफर शुरू हुआ ।

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राजनीतिक सफर
साल 1982 में मनोज सिन्हा बीएचयू छात्रसंघ के अध्यक्ष भी बने । इसके बाद से मनोज सिन्हा ने राजनीति में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा । साल 1996 में उन्‍होने पहली बार गाजीपुर सीट से चुनाव जीतकर लोकसभा पहुंचे । 1999 में वो फिर जीते । इसके बाद साल 2014 में मनोज सिन्हा तीसरी बार लोकसभा के लिए चुने गए, मोदी सरकार में रेल राज्य मंत्री बने ।

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ईमानदार छवि के नेता
मनोज सिन्हा बहुत ही ईमानदार छवि के नेता है, लोगों के सुख-दुख की परवाह करने वाले नेता के तौर पर जाने जाते हैं । सिन्‍हा के बारे में कहा जाता है कि इन्हें घूमने का बहुत शौक है । सिन्‍हा, किसान परिवार से आते हैं, उनका झुकाव हमेशा से पिछड़े गांवों की ओर रहा है । देश की एक लीडिंग मैगजीन ने मनोज सिन्‍हा को सबसे ईमानदार सांसद के ख़िताब से नवाजा है । इस मैगजीन के सर्वे मुताबिक, मनोज सिन्हा उन ईमानदार नेताओं में शुमार हैं, जिन्‍होंने अपने सांसद निधि का शत-प्रतिशत इस्तेमाल लोगों के विकास में लगाया ।