बाहुबली अतीक अहमद की 10वीं अवैध संपत्ति जमींदोज, योगी सरकार ने चलाया हंटर!

योगी सरकार के निर्देश पर इन दिनों यूपी के बड़े माफिया और अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें भूमाफिया घोषित हो चुके बाहुबली अतीक अहमद का भी नाम शामिल है।

New Delhi, Sep 21 : गुजरात के अहमदाबाद जेल में बंद भूमाफिया घोषित किये जा चुके यूपी के बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद पर पुलिस प्रशासन का लगातार शिकंजा कसता जा रहा है, रविवार को अतीक अहमद के एक और करीबी के घर को जमींदोज कर दिया गया, अतीत गैंग से जुड़ी ये दसवीं संपत्ति है, जिसे जमींदोज किया गया है।

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मकान जमींदोज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रयागराज शहर से दूर सल्लाहपुर इलाके में दो मंजिला आलीशान मकान को सरकारी अमले द्वारा जमींदोज किया गया है,  ये कार्रवाई अतीक अहमद के भाई तथा पूर्व विधायक अशरफ के ससुराल पर हुई है, मकान ढहाने के लिये कई जेसीबी लगाई गई, बताया जा रहा है कि मकान का निर्माण बगैर नक्शा पास कराये अवैध तरीके से किया गया था, जिस वजह से इसे जमींदोज किया गया है, 600 वर्ग गज में बने इस आलीशान मकान को जमींदोज करने के दौरान सुरक्षा के खास इंतजाम किये गये थे।

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जेसीबी पर गिरा मलबा
मौके से मिली जानकारी के अनुसार मकान के ध्वस्तीकरण के दौरान अचानक छत गिरने से एक जेसीबी मशीन मलबे में फंस गई थी, मलबे में दबने की वजह से प्रशासन की जेसीबी मशीन क्षतिग्रस्त हो गई, मौके पर कई थानों की पुलिस भी लगाई गई थी, 8 हिस्से को मिलाकर बना ये दो मंजिला आलीशान मकान पहले गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क भी किया जा चुका है।

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मैक टॉवर सील
योगी सरकार के निर्देश पर इन दिनों यूपी के बड़े माफिया और अपराधियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें भूमाफिया घोषित हो चुके बाहुबली अतीक अहमद का भी नाम शामिल है, पुलिस तथा प्रशासन लगातार बाहुबली की आर्थिक कमर तोड़ने की दिशा में कार्रवाई कर रहा है, बाहुबली अतीक अहमद गैंग के सदस्य और उसके करीबी मोहम्मद अब्बास खान के सिविल लाइंस स्थित शॉपिंग कॉम्पलेक्स मैक टॉवर को भी सील कर दिया गया है।

पत्नी के नाम था कोल्ड स्टोरेज
अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन के नाम झूंसी के कटका स्थित कोल्ड स्टोरेज को 6-6 जेसीबी मशीनें लगाकर जमींदोज कर दिया गया है, इस संपत्ति को डीएम भानुचंद गोस्वामी ने 7 सितंबर को कुर्क करने का आदेश जारी किया था, डीएम ने प्रशासन को कुर्की की कार्रवाई पूरी कर 25 सितंबर तक रिपोर्ट भी मांगी थी, लेकिन किसान कोल्ड स्टोरेज को कुर्क करने में सबसे बड़ी बाधा इसमें हजारों किसानों का रखा आलू था, जिसे प्रशासन ने पहले दूसरे कोल्ड स्टोरेज में शिफ्ट करवाया, फिर कुर्की की कार्रवाई पूरी की।