अरबों रुपये दान देने वाले मुकेश अंबानी के बेटे को भिखारी कहने लगे थे दोस्त, ऐसे खुला था मामला!
नीता अंबानी ने बताया कि जब मेरे बच्चे छोटे थे, तो मैं उन्हें स्कूल कैंटीन में खर्च के लिये हर शुक्रवार को पांच रुपये दिया करती थी।
New Delhi, Nov 13 : रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी फोर्ब्स की सूची में सबसे अमीर अरबपतियों की लिस्ट में ऊपर-नीचे होते रहते हैं, वो अपनी बेशुमार दौलत के साथ ही अपने चैरिटी के लिये भी जाने जाते हैं, कोरोना काल में मुकेश अंबानी ने 458 करोड़ रुपये दान किये, हालांकि ये जानकार हर किसी को हैरानी होगी, कि अरबों रुपये दान देने वाले मुकेश और नीता अंबानी के बेटे को कभी स्कूल में बच्चे भिखारी कहकर चिढाया करते थे।
नीता अंबानी ने बताया था
नीता अंबानी ने खुद ही अपने इंटरव्यू में ये बात बताई थी, कि उनके छोटे बेटे अनंत अंबानी के दोस्त स्कूल में उन्हें चिढाते हुए कहते थे कि तू अंबानी है या भिखारी। नीता ने वोग मैग्जीन को दिये इंटरव्यू में विस्तार से बताय़ा था कि आखिर पूरा मामला क्या था, क्यों उनके बेटे को दोस्त भिखारी कहते थे।
नीता बच्चों को 5-5 रुपये देती थी
नीता अंबानी ने बताया कि जब मेरे बच्चे छोटे थे, तो मैं उन्हें स्कूल कैंटीन में खर्च के लिये हर शुक्रवार को पांच रुपये दिया करती थी, एक दिन छोटा बेटा अनंत बेडरुम में दौड़ते हुए आया और कहने लगा कि 5 की बजाय 10 रुपये चाहिये, जब मैंने उनसे पूछा कि ऐसा क्यों, तो उन्होने बताया कि स्कूल में दोस्त मेरे पास 5 का सिक्का देखकर हंसते हैं और कहते हैं कि अंबानी है या भिखारी, इस बात को सुनकर नीता और मुकेश अंबानी खूब हंसे।
जमीन पर रहने की सीख
नीता ने कहा कि मैंने और मुकेश ने हमेशा अपने बच्चों को जमीन पर रहने की सीख दी है, उन्हें इस बात का एहसास नहीं होने दिया, कि वो कितने अमीर हैं, उनके अंदर इस बात को डालना बेहद जरुरी था कि पैसे बहुत मेहनत से कमाने पड़ते हैं। नीता ने ये भी कहा कि उनकी बेटी ईशा जब अमेरिका पढने गई, तो वहां डॉरमेट्री में रहती थी, जहां उनके साथ कई और लड़कियां रहती थी, ईशा ना सिर्फ उनके साथ रुम शेयर करती थी, बल्कि वॉशरुम भी शेयर करना पड़ता था। नीता ने कहा कि छुट्टियों में वो कभी भी अपने बच्चों को लेने प्राइवेट जेट नहीं भेजती थी, बच्चों को एयर इंडिया की फ्लाइट से ट्रेवल करना पड़ता था।