Opinion – पत्रकार और पत्रकारिता पर महाभारत छिड़ा हुआ है

Yogesh Kislay

Opinion – पत्रकार और पत्रकारिता पर महाभारत छिड़ा हुआ है

एक दूसरा वर्ग है जो खुद को रब्बिश कुमार का गोतिया साबित करने के लिए हाफिज सईद से लेकर दाऊद इब्राहिम तक को देशप्रेमी घोषित करने पर तुला है ।…
आइए, लोकतंत्र के साथ ज़रा मीडिया के जोंकतंत्र की भी कर लें बात

Abhiranjan Kumar

आइए, लोकतंत्र के साथ ज़रा मीडिया के जोंकतंत्र की भी कर लें बात

"कई कथित बड़े पत्रकारों ने पत्रकारिता-धर्म के नाम पर देश की चुनी हुई सरकार के ख़िलाफ़ योजनाबद्ध तरीके से लगातार कैम्पेन चलाया और अब यह स्थापित करने की भी ज़रूरत…
ये ‘गोदी मीडिया’ क्या है! पत्रकारिता की एक बुनियादी नैतिकता है

Surendra Kishore

ये ‘गोदी मीडिया’ क्या है! पत्रकारिता की एक बुनियादी नैतिकता है

कुछ पुराने लोग यह जायज सवाल भी पूछते हैं कि इस देश में ‘गोदी मीडिया’ कब नहीं थी ? इन दिनों चुनाव का मौसम है। New Delhi, Mar 08 :…
आतंक के साये में कराह रही पत्रकारिता का बेजोड़ उदाहरण है कश्मीर- Prabhat Dabral

Prabhat Dabral

आतंक के साये में कराह रही पत्रकारिता का बेजोड़ उदाहरण है कश्मीर- Prabhat Dabral

विश्वास मानिये कि आज भी कश्मीर घाटी से आनेवाला कोई भी विजुअल ऐसा हो ही नहीं सकता जो आतंकियों के खिलाफ जाता हो। New Delhi, Jun 18 : मेरा मानना…
अब जो बेशर्म है उसी की ज़्यादा ज़रूरत है पत्रकारिता में- Ravish Kumar

Ravish Kumar

अब जो बेशर्म है उसी की ज़्यादा ज़रूरत है पत्रकारिता में- Ravish Kumar

युवा पूछें कि जो पैम्फलेट अमित शाह देकर गए हैं उसमें म प्र के व्यापम घोटाले का ज़िक्र है जिसकी जाँच या गवाही से जुड़े क़रीब पचास लोगों की संयोगवश…
‘पत्रकारिता के गॉड नही गोडसे बनते जा रहे हैं रवीश-धारा’

Yogesh Kislay

‘पत्रकारिता के गॉड नही गोडसे बनते जा रहे हैं रवीश-धारा’

पत्रकार यह समझते हैं कि पत्रकारिता करनी है तो आपमे नकारात्मकता होनी ही चाहिए। New Delhi, Jun 11 : देश मे पत्रकारों की एक धारा निकली है। इसे रवीश धारा…
हद से ज़्यादा दमन में पत्रकार एक्टिविस्ट हो जाते हैं

Nitin Thakur

हद से ज़्यादा दमन में पत्रकार एक्टिविस्ट हो जाते हैं

पत्रकारिता कितनी आज़ाद होगी इसका फैसला सरकार करती हैं. ये अलग बात है कि हद से ज़्यादा दमन में पत्रकार एक्टिविस्ट हो जाते हैं। New Delhi, May 26 : "उड़ता…
‘महान पत्रकारिता के विलक्षण ज्ञान का विस्तारपूर्वक वर्णन करता हू ध्यान पूर्वक सुनें’

Raakesh Pathak

‘महान पत्रकारिता के विलक्षण ज्ञान का विस्तारपूर्वक वर्णन करता हू ध्यान पूर्वक सुनें’

पत्रकारिता द्वितीयोध्याय : शुकदेव जी ने एकबार फिर नारद के प्रणाम करते उनसे निवेदन किया कि - "हे मुनिश्रेष्ठ कृपा कर इस जिज्ञासु को पत्रकारिता के समूल दर्शन का लाभ…
कुछ पत्रकारों को देखकर सभी पत्रकारों के प्रति राय मत बनाइये

Shesh Narain Singh

कुछ पत्रकारों को देखकर सभी पत्रकारों के प्रति राय मत बनाइये

टीवी पर कुछ पत्रकारों को देखकर सभी पत्रकारों के प्रति राय मत बनाइये, ९० प्रतिशत पत्रकार अपने पेशे को पूरी लगन और जिम्मेवारी से करते हैं। New Delhi, Apr 11…
आप जब विपक्ष में थे, तब पत्रकारिता के मानचित्र पर ये चाटुकार कहां थे?- Abhisar Sharma

Abhisar Sharma

आप जब विपक्ष में थे, तब पत्रकारिता के मानचित्र पर ये चाटुकार कहां थे?- Abhisar Sharma

मेरा एक सीधा सा सवाल है कि जब आपके हितों को कुछ पत्रकार बाकायदा प्राईम टाईम में प्रसारित कर रहे हैं, जब आपने आपसे सवाल करने वाले पत्रकारों के लिए…