आधी रात में हुआ नागरिकता बिल पास, संसद में शाह की खरी-खरी ‘PoK भी हमारा और वहां के लोग भी’
लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल सोमवार आधी रात को पास हो गया । बिल पर बहस के दौरान अमित शाह ने पीओके को लेकर बड़ी बात कही ।
New Delhi, Dec 10: नागरिकता संशोधन विधेयक आखिरकार पास हो गया । सोमवार देर रात तक लोकसभा में बहस चलती रही । बिल पर चर्चा करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कई बातें कहीं । उन्होने कहा कि देश को रिफ्यूजी पॉलिसी को लेकर कानून बनाने की जरूरत नहीं है । खास बात ये कि शाह ने दम ठोककर कहा कि कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर हमारा है, उसके नागरिक भी हमारे हैं, और हम अब भी 26 सीटें जम्मू-कश्मीर असेंबली में हम रिजर्व रखते हैं ।
हम स्वीकारेंगे नागरिकता देंगे : शाह
अमित शाह ने आगे कहा कि किसी भी व्यक्ति को अपने परिवार की बहन-बेटी की इज्जत या अपना धर्म बचाने के लिए यहां आना पड़े और हम अपनाएं नहीं, ये गलती हम नहीं कर सकते हैं । हम उन्हें जरूर स्वीकारेंगे, नागरिकता देंगे और पूरे विश्व के सामने उन्हें सम्मान भी देंगे । अमित शाह ने आगे कहा कि कहा कि जब भी नागरिकता के बारे में कोई नई बात कही गई तो किसी ना किसी खास समस्या से निपटने के लिए ही की गई । उन्होने कहा कि युगांडा से जब लोग आए थे तो केवल वहां से आए लोगों को ही नागरिकता दी गई । किसी अन्य देश से आए नागरिकों को नागरिकता नहीं दी गई ।
#WATCH Home Minister Amit Shah leaves from the Parliament after the passing of Citizenship (Amendment) Bill, 2019 in Lok Sabha. pic.twitter.com/GCEGyPbdC2
— ANI (@ANI) December 9, 2019
तीन देशों के अल्पसंख्यकों के लिए विधेयक है : शाह
अमित शाह ने सदन में कहा कि हमारी अल्पसंख्यकों की व्याख्या गलत नहीं है । यह विधेयक उन 3 देशों के अल्पसंख्यकों के लिए है, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और पाकिस्तान में जब इस्लाम राज का धर्म है, तो वहां मुस्लिम अल्पसंख्यक नहीं होते हैं । अमित शाह ने कहा कि मैं इतना कहना चाहता हूं कि माइनॉरिटी में कोई डर की भावना नहीं है । अगर है तो भी मैं अपने सभी अल्पसंख्यक भाई बहनों को विश्वास दिलाता हूं कि मोदी जी के प्रधानमंत्री रहते हुए इस देश में किसी भी धर्म के नागरिक को डरने की जरूरत नहीं है । अमित शाह ने कहा कि बिल किसी भी धर्म के प्रति भेदभाव नहीं करता है । ये बिल एक सकारात्मक भाव लेकर आया है, उन लोगों के लिए जो भारत, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में प्रताड़ित है ।
Union Home Minister Amit Shah: I extend my gratitude to Prime Minister Narendra Modi for making the historic Citizenship Amendment Bill a reality, that will allow India to open its doors to minorities from Pakistan, Bangladesh & Afghanistan who are facing religious persecution. pic.twitter.com/c18efWjXWY
— ANI (@ANI) December 9, 2019
घुसपैठियों को नहीं दी जाएगी शरण : अमित शाह
अमित शाह ने आगे कहा – प्रताड़ित शरणार्थी होता है, घुसपैठिया नहीं होता । बिल में संविधान के अनुच्छेद 14, 21, 25 का उल्लंघन नहीं है । अमित शाह ने कहा कि जो वोट बैंक के लिए घुसपैठियों को शरण देना चाहता है, हम उन्हें सफल नहीं होने देंगे । वोट के लिए घुसपैठियों को शरण देने वाले चिंतित हैं । रोहिंग्या को कभी स्वीकार नहीं किया जाएगा । रोहिंग्या बांग्लादेश के जरिए भारत आते हैं । अमित शाह ने आगे बताया कि 1947 में पाकिस्तान में 23 फीसदी हिंदू थे लेकिन वहीं साल 2011 में ये आकंड़ा 3.4 फीसदी रह गया । पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों को देखते हुए भारत मूकदर्शक नहीं बन सकता । वहीं भारत में अल्पसंख्यकों की आबादी बढ़ी है । पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यकों पर भारत चुप नहीं रहेगा । जो भारत के मूल नागरिक हैं उन्हें कोई खतरा नहीं । वहीं बिल से इस देश के किसी भी मुसलमान का कोई लेना देना नहीं है । मोदी के पीएम रहते हुए देश का संविधान ही हमारा धर्म है ।